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न्यूज बुलेटिनः दोपहर तीन बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरें

दोपहर तीन बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरें। तेल का टैंकर बना आग का गोला, चालक ने टाला बड़ा हादसा। उत्तराखंड के राजीव मेहता फिर ओलंपिक महासंघ के महासचिव।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 29 Nov 2017 02:49 PM (IST)Updated: Wed, 29 Nov 2017 02:49 PM (IST)
न्यूज बुलेटिनः दोपहर तीन बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरें
न्यूज बुलेटिनः दोपहर तीन बजे तक की उत्तराखंड की पांच बड़ी खबरें

तेल का टैंकर बना आग का गोला, चालक ने टाला बड़ा हादसा

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जेएनए, हरिद्वार। लालढांग क्षेत्र में हरिद्वार नजीबाबाद राष्ट्रीय हाईवे पर तेल के टैंकर में आग लगरने से हड़कंप मच गया। इस दौरान चालक ने सूझबूझ का परिचय दिया और बड़ा हादसा टल गया।  

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2.गौरव की फिरकी में फंसे शिव शक्ति क्लब को द्रोण इलेवन ने हराया 

जेएनएन, देहरादून। डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से आयोजित 71 वीं जिला क्रिकेट लीग बी डिविजन में द्रोण इलेवन ने गौरव मंगानिया की घातक गेंदबाजी की बदौलत शिव शक्ति क्लब को 38 रन से हराया। दूसरे मैच में रामराज क्रिकेट ऐकेडमी ने दून स्ट्राइकर्स को 14 रन से शिकस्त दी। 

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3.आयकर सर्वे में बिजली के ठेकेदार ने सरेंडर किए दो करोड़

जेएनएन, देहरादून। राजपुर रोड स्थित मॉर्डन इलेक्ट्रीकल्स कंपनी पर की गई सर्वे की कार्रवाई में कंपनी संचालक रवि सूद ने दो करोड़ रुपये की अघोषित आय सरेंडर कर दी। यह कंपनी यूपीसीएल, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन आदि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को सेवाएं देती है।

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4.उत्तराखंड के राजीव मेहता फिर ओलंपिक महासंघ के महासचिव 

जेएनएन, देहरादून। भारतीय ओलंपिक महा संघ की वार्षिक बैठक में उत्तराखंड के राजीव मेहता को एक बार फिर निर्विरोध महासचिव चुना गया है। महासचिव पद पर राजीव मेहता के अलावा कोई नामांकन नहीं भरा गया। उनके चयन पर उत्तराखंड के खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है। 

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5.उत्तराखंड के 784 प्रतिष्ठानों को ही चाहिए भूजल

सुमन सेमवाल, देहरादून। जब बात भूजल के नियंत्रित दोहन की आती है तो हर सेक्टर अपनी जिम्मेदारी से कन्नी काटता नजर आता है। यही वजह है कि भूजल दोहन करने वाले प्रतिष्ठानों के लिए एनजीटी की ओर से डेडलाइन 31 दिसंबर किए जाने के बाद अब तक केंद्रीय भूजल बोर्ड को 784 आवेदन ही प्राप्त हुए हैं। यह स्थिति तब है, जब एनजीटी के निर्देश के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों की संख्या जनगणना 2011 के अनुसार ही 68 हजार के पार है। 

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