नैक टीम ने दिए आवश्यक सुधार के निर्देश
यूजीसी की राष्ट्रीय मूल्याकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) टीम ने डीएवी पीजी कॉलेज में कई विभागों के कार्यो पर प्रशंसा व्यक्त की। लेकिन जिन विभागों में खामियां पाई गई उन्हें मौके पर आवश्यक सुधार के दिशा-निर्देश भी दिए।
जागरण संवाददाता, देहरादून : यूजीसी की राष्ट्रीय मूल्याकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) टीम ने डीएवी पीजी कॉलेज में कई विभागों के कार्यो पर प्रशंसा व्यक्त की। लेकिन जिन विभागों में खामियां पाई गई उन्हें मौके पर आवश्यक सुधार के दिशा-निर्देश भी दिए। पूरे दिन नैक की तीन सदस्यीय टीम ने विभिन्न विषयों के विभागाध्यक्ष व शिक्षकों से फीडबैक लिया। साथ ही छात्रों से ब्लैक बोर्ड पर प्रयोगात्मक विषय के सवालों के जवाब लिखने को कहा। शाम को कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना व शिक्षकों ने उन्हें सम्मानित कर विदा किया। अब नैक टीम की निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज को ग्रेड मिलेगा।
नैक टीम के चेयरमैन केएस संवाशिवा राव के अलावा डॉ. कृष्णम राजू व डॉ. अशोक आर पाटिल की टीम ने शुक्रवार सुबह 10 बजे से प्रथम चरण में भूगोल, वाणिज्य, साख्यिकी, विधि, वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान, चित्रकला व संगीत आदि विभागों में निरीक्षण किया। टीम कई विभागों से संतुष्ट दिखी, उन्होंने ऐसे विभागों के बेहतरीन कार्य, रखरखाव व शोध के लिए उनकी पीठ भी थपथपाई। लेकिन जिन विभाग में कमियां पाई गई उन्हें तत्काल ठीक करने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही कहा कि डीएवी में विद्यार्थी व शिक्षक का अनुपात अधिक होने के बावजूद यहां पठन-पाठन की अच्छी व्यवस्था है। इस दौरान नैक समिति के समन्वयक डॉ. एचएस रंधावा, सह समन्वयक डॉ. प्रशात सिंह, आइक्यूएसी समन्वयक डॉ.शिखा नागलिया, सह समन्वयक डॉ. मोनिका सक्सेना, मेजर अतुल सिंह, डॉ. डीके त्यागी, डॉ. यूएस राणा, डॉ. पारुल दीक्षित, डॉ. हरिओम शकर ने टीम से भेंट की।
अशासकीय कॉलेज की समस्या उठाई
शिक्षकों ने बताया कि डीएवी के अशासकीय कॉलेज होने के कारण शिक्षकों व छात्रों को कई तरह की दिक्कतें आती हैं जिनका महीनों तक समाधान नहीं होता है। इसका स्थायी समाधान तलाशने की जरूरत है।
पुस्तकालय में बढ़ाएं आधुनिक पुस्तकें
नैक टीम ने एनसीसी, खेल विभाग, परीक्षा नियंत्रण कक्ष व एससी-एसटी सेल में जाकर निरीक्षण किया। पुस्तकालय का निरीक्षण करते हुए उन्होंने पुस्तकालय के रखरखाव व पुस्तकों पर संतोष व्यक्त किया। साथ ही कहा कि आधुनिक किताबों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।
टीम ने ऑनलाइन समिट की रिपोर्ट
नैक टीम ने तृतीय व अंतिम चरण में कॉलेज की विभिन्न समितियों के समन्वयकों के साथ बैठक की। साथ ही विभिन्न जानकारिया एकत्र कर तैयार रिपोर्ट नैक की साइट पर ऑनलाइन जमा की।