मोहर्रम पर शिया युवकों ने किया रक्तदान
विकासनगर के अंबाड़ी में शिया समुदाय द्वारा रक्त बहाने के बजाय युवाओं ने रक्त दान कर मिसाल पेश की।
जागरण संवाददाता, विकासनगर: मोहर्रम पर पूरे देश में मातमी जुलूस में शिया समुदाय द्वारा रक्त बहाया जाता है, लेकिन विकासनगर ब्लॉक क्षेत्र के अंबाड़ी में शुक्रवार को शिया समुदाय ने मातमी जुलूस में लहू बहाने की बजाय रक्तदान कर मिसाल कायम की। शुक्रवार को अंबाड़ी में अंजुमने हैदरी अंबाड़ी, बल्ती यूथ फेडरेशन, सोफिया नूर बक्शिया यूथ फेडेशन देहरादून की ओर से रक्तदान शिविर लगाया गया। शिविर में 160 युवाओं ने रक्तदान कर मिसाल पेश की। शिया समुदाय के युवाओं ने कहा कि दान किए गए रक्त से तमाम ¨जदगी बचायी जा सकती है। कहा हजरत इमाम हुसैन अलेहस्लाम ने मानवता को बचाने को कुर्बानी दी, हम उनकी याद में रक्तदान कर मानवता को बचाने की छोटी सी कोशिश मात्र कर रहे हैं। रक्तदान की शिया समुदाय द्वारा शुरू की गयी पहल की सभी ने सराहना की। शिविर में कई ¨हदुओं ने भी रक्तदान किया।
शुक्रवार को अंबाड़ी में लगाए गए रक्तदान शिविर में रक्तदान करने को युवाओं में विशेष उत्साह दिखा। मोहर्रम पर इस तरह की शुरुआत वैसे तो पिछले तीन साल पहले से ही हो गई थी, लेकिन इस बार मोहर्रम पर युवाओं में रक्तदान के प्रति विशेष उत्साह के चलते 160 यूनिट ब्लड एकत्र किया गया। शुक्रवार सुबह से शाम तक आइएमए ब्लड बैंक देहरादून की टीम लगी रही। शिविर के दौरान मोहर्रम पर सबकी ख्वाहिश एक ही थी कि मातमी जुलूस में खून बहने की बजाय इस खून को मानवता बचाने के लिए दान किया जाए, जिससे तमाम ¨जदगियां बचायी जा सके। शिया समुदाय के युवक-युवतियों द्वारा रक्तदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया गया। शाम तक रक्तदान को लाइन लगी रही। शिविर में 160 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। इस दौरान जहीर खान, जमीर, शोएब, सुल्तान, बासित अली, बिट्टू, शकील, मोहम्मद मिस्त्री, मोहम्मद सफी, शालू, अनीस, इब्राहिम, असगर शाह, इब्राहिम अली, मौलाना टीपू सुल्तान, जाबिर हसन आदि मौजूद रहे। वहीं अंबाड़ी ग्राम प्रधान बाला चौहान आदि ने शिया समुदाय की पहल की सराहना की।