प्रदेश में 11 स्थानों पर बनेंगे ऑटोमेटेड टेस्ट ट्रेक
प्रदेश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर अब निकट भविष्य में वाहन चलाने के लिए लाइसेंस मिलना आसान नहीं होगा।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर अब निकट भविष्य में वाहन चलाने के लिए लाइसेंस मिलना आसान नहीं होगा। इसके लिए प्रदेश के 11 स्थानों पर मोटर ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रेक्स का निर्माण किया जाएगा। देहरादून व हरिद्वार में जल्द ही इनका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। देहरादून, ऋषिकेश, टिहरी व हल्द्वानी में जमीन चिह्नित की जा चुकी है। शेष स्थानों पर जमीन चिह्निीकरण की प्रक्रिया जारी है। वहीं, शासन ने ऋषिकेश में टेस्टिंग लेन की चहारदीवारी बनाने को 20 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की है।
प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ रहा है। इसका एक कारण अनाड़ी वाहन चालक भी बनते हैं। इस कारण लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को सख्त किए जाने की कवायद चल रही है। इस कड़ी में चालक लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आधुनिक तकनीक से बने ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक्स पर इनकी परीक्षा लेने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए देहरादून, विकासनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, अल्मोड़ा, कोटद्वार, हल्द्वानी, ऊधमसिंह नगर, काशीपुर एवं टिहरी में ऑटोमेटेड मोटर ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बनाया जाना प्रस्तावित है।
अपर सचिव परिवहन रणवीर सिंह चौहान ने इन स्थानों पर जल्द ही ट्रेस्टिंग ट्रेक बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में सीमित आवश्यकता के अनुसार छोटे ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रेक्स बनवाने के भी निर्देश दिए गए हैं।