उत्तराखंड में लर्निंग लाइसेंस बनाने को अभी करना होगा इंतजार, जानिए वजह
उत्तराखंड में अभी लर्निंग लाइसेंस बनवाने को और इंतजार करना होगा। लर्निंग लाइसेंस बनाने के दौरान लगने वाली भीड़ और बायोमेट्रिक के अधिक इस्तेमाल को देखते हुए इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में अभी लर्निंग लाइसेंस बनवाने को और इंतजार करना होगा। लर्निंग लाइसेंस बनाने के दौरान लगने वाली भीड़ और बायोमेट्रिक के अधिक इस्तेमाल को देखते हुए अभी परिवहन विभाग इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं कर रहा है। विभाग का लक्ष्य फिलहाल सितंबर अंत तक सभी लर्निंग लाइसेंसों को परमानेंट बनाने का है।
परिवहन विभाग ने कुछ समय पहले ही लाइसेंस बनाने का काम फिर से शुरू किया है। इसमें अभी केवल लर्निंग लाइसेंसों को परमानेंट किया जा रहा है। दरअसल, कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन के बाद सारी गतिविधियां बंद हो गई थीं। इस दौरान कई ऐसे लर्निंग लाइसेंसधारक थे, जिनके लाइसेंस की समय सीमा 22 मार्च के बाद समाप्त हो रही थी। इसे देखते हुए केंद्र के निर्देश पर ऐसे सभी दस्तावेजों की वैधता को सितंबर अंत तक बढ़ाया गया है। अब वाणिज्यिक, औद्योगिक और अधिकांश सामान्य गतिविधियां शुरू हो गई हैं, इस कारण दस्तावेजों को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा करना जरूरी हो गया है।
अभी लर्निंग लाइसेंस धारकों की संख्या भी खासी अधिक है। इस कारण परिवहन विभाग ने संभागीय परिवहन कार्यालयों और उप संभागीय परिवहन कार्यालयों के जरिये इन्हें बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे सितंबर अंत तक सभी आवेदकों के लाइसेंस बनाए जा सकें। अभी नए लर्निंग लाइसेंस बनाना शुरू करने में अधिक भीड़ होने की आशंका है। इस कारण सिंतबर के बाद ही ही नए लर्निंग लाइसेंस बनाने पर काम शुरू किया जाएगा। जिन लोगों ने पहले लर्निंग लाईसेंस बनाने के लिए आवेदन किया है और उन्हें पहले समय भी मिल गया था, उन्हें भी लर्निंग लाइसेंस बनने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद नए सिरे से आवेदन करना होगा।
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उप परिवहन आयुक्त एसके सिंह का कहना है कि कोरोना के मद्देनजर आवेदकों की सुरक्षा भी जरूरी है। इस कारण अभी केवल लर्निंग लाइेंसस धारकों के लाइसेंस परमानेंट करने पर काम हो रहा है। जब यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तो लर्निंग लाइसेंस बनाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा।
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