Move to Jagran APP

Monsoon की शुरुआत के साथ ही उत्‍तराखंड में सड़कों पर गिर रहे पहाड़, तस्‍वीरों में देखें कैसे जोखिम भरे हुए रास्‍ते

Monsoon in Uttarakhand प्रदेश में करीब दो दर्जन से ज्‍यादा मार्ग मलबा आने से बंद हैं। चारधाम यात्रा मार्ग भी लगातार प्रभावित हो रहे हैं। वहीं मानसून की शुरुआत में उत्‍तराखंड के पहाड़ी इलाकों के रास्‍ते जोखिम भरे हो गए हैं।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 01:51 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 01:51 PM (IST)
Monsoon की शुरुआत के साथ ही उत्‍तराखंड में सड़कों पर गिर रहे पहाड़, तस्‍वीरों में देखें कैसे जोखिम भरे हुए रास्‍ते
Monsoon in Uttarakhand : पहाड़ी इलाकों के रास्‍ते जोखिम भरे

टीम जागरण देहरादून : Monsoon in Uttarakhand : मानसून शुरू होने के साथ ही उत्‍तराखंड में भूस्‍खलन का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश में करीब दो दर्जन से ज्‍यादा मार्ग मलबा आने से बंद हैं। चारधाम यात्रा मार्ग भी लगातार प्रभावित हो रहे हैं।

loksabha election banner

बदरीनाथ हाईवे शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी बंद पड़ा हुआ है। यहां वैकल्पिक मार्ग से यात्रियों को भेजा जा रहा है। वहीं मानसून की शुरुआत में उत्‍तराखंड के पहाड़ी इलाकों के रास्‍ते जोखिम भरे हो गए हैं।

वर्षा के कारण पहाडिय़ों से पत्थर गिर रहे हैं, जिससे यात्रियों की जान पर बन आ रही है। भूस्‍खलन के राज्‍य में हुई दुर्घटनाओं की बात करें तो पिछले 24 घंटे में पहाड़ी से वाहनों पर बोल्डर गिरने की छह घटनाओं में तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई हैं। इस हादसों में आठ अन्य लोग घायल भी हुए हैं।

विगत बुधवार को भी रुद्रप्रयाग में मुनकटिया के पास चट्टान आने से महाराष्ट्र की एक महिला तीर्थयात्री की मौत हो गई थी, जबकि दस अन्य लोग घायल हो गए थे। रविवार को भी यहां वाहन पर पत्थर गिरने से एक यात्री की मौत हुई थी, जबकि एक अन्य घायल हुआ था।

बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में अवरुद्ध होने पर श्रीनगर के लिए छातीखाल होते हुए मार्ग को डायवर्ट किया गया है। यहां खांकरा से आधा किलोमीटर आगे कार पर एक बड़ा बोल्डर गिर गया, जिसमें चालक व अन्य तीन यात्री बाल-बाल बचे।

दो दिन से हो रही वर्षा के बाद कुमाऊं में आज शुक्रवार को मौसम सामान्य है। पिथौरागढ़ में तवाघाट से आगे मार्ग बंद है, जिस कारण आदि कैलास यात्रा प्रभावित हुई है। मौसम विभाग के अनुसार आज शुक्रवार को देहरादून, नैनीताल, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी वर्षा के आसार हैं। वहीं पिडर नदी में ओडर गांव जाने वाला अस्थाई पुल बह जाने से ग्रामीणों की आवाजाही बंद हो गई है।

वहीं मानसून की वजह से चारधाम यात्रा भी अब धीमी हो चली है। लेकिन अभी यात्रियों का आने का सिलसिला जारी है। अगर आप भी चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं तो इन चार बातों का जरूर ध्‍यान रखें।

  • चारधाम यात्रा पर आने से पहले मौसम के बारे में जरूर पता करें
  • वर्षा के दौरान यात्रा करने से बचें
  • यात्रा के दौरान वर्षा हो रही हो तो सुरक्षित पड़ावों पर ही रुक जाएं
  • केदारनाथ पैदल मार्ग के साथ-साथ सोनप्रयाग गौरीकुंड हाईवे पर भी लगातार गिरते हैं पत्थर

यह भी पढ़ें :- Video : सिरोबगड़ में दो दिन से बंद पड़ा बदरीनाथ राजमार्ग, वीडियो में देखें कैसे हाईवे पर दरका पहाड़


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.