15 दिन से लापता सीआरपीएफ के जवान की कोलकाता में हुई मौत
15 दिन से लापता ऋषिकेश निवासी सीआरपीएफ के जवान की कोलकाता में मृत्यु हो गई है। मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
ऋषिकेश, जेएनएन। 15 दिन से लापता ऋषिकेश गढ़ी मयचक श्यामपुर निवासी सीआरपीएफ के जवान की कोलकाता में मृत्यु हो गई है। सीआरपीएफ के जवान जयेंद्र सिंह पुंडीर का सैन्य सम्मान के साथ ऋषिकेश चंद्रेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
विदित हो के त्रिपुरा में सीआरपीएफ 124वीं बटालियन में तैनात जवान जयेंद्र सिंह पुंडीर (34 वर्ष) पुत्र विक्रम सिंह पुंडीर निवासी गढ़ी मयचक श्यामपुर ऋषिकेश 10 मार्च को 20 दिन का अवकाश लेकर होली मनाने अपने घर के लिए रवाना हुआ था। 11 मार्च की सुबह जीआरपी कोलकाता पुलिस के किसी सिपाही ने उसके घर पर फोन कर हावड़ा कोलकाता रेलवे स्टेशन पर उसके बेहोश होने की जानकारी दी थी। उसके बाद से उक्त नंबर पर परिजनों का संपर्क नहीं हो पाया।
यहां से जयेंद्र के पिता विक्रम सिंह अपने रिश्तेदारों को लेकर कोलकाता गए, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया था। 16 मार्च को पिता ने जीआरपी थाना कोलकाता में जयेंद्र सिंह की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जयेंद्र की तलाश में कोलकाता के कई हॉस्पिटल, थानों और चौकियों के पिता और परिजन चक्कर लगाते रहे। पुलिस भी उसकी तलाश में जुट गई थी।
तीन दिन पूर्व परिजनों को पता चला कि जयेंद्र सिंह पुंडीर कोलकाता के हॉस्पिटल में भर्ती है। वह रेलवे स्टेशन में जहर खुरानी का शिकार हुआ थे। परिजनों ने घर पर उसके सकुशल होने की सूचना भेजी थी। गढ़ी मयचक के ग्राम प्रधान जयेंद्र पाल रावत ने बताया कि मौत की सूचना पर जयेंद्र के घर में कोई अनहोनी ना हो जाए। इस बात को देखते हुए उसकी मृत्यु की सूचना घर पर नहीं दी गई थी। उन्होंने बताया कि कोलकाता के हॉस्पिटल में जयेंद्र की मौत होने के बाद सड़क मार्ग के जरिये सीआरपीएफ के वाहन में जवान का पार्थिव शरीर ऋषिकेश लाया जा रहा है।गांव में जयेंद्र की मृत्यु की सूचना लोगों तक पहुंच गई है। घर पर लोगों का आना शुरू हो गया है
सैन्य सम्मान के साथ सीआरपीएफ जवान का किया अंतिम संस्कार
सीआरपीएफ के जवान जयेंद्र सिंह पुंडीर का सैन्य सम्मान के साथ ऋषिकेश चंद्रेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। डीआईजी सीआरपीएफ दिल्ली मुख्यालय से आए 236वीं बटालियन के सीओ संतोष कुमार के साथ जवानों ने शस्त्र झुका कर साथी जवान को सलामी दी। जवान के बड़े भाई रविंद्र सिंह पुंडीर ने चिता को मुखाग्नि दी। जवान जयेंद्र पुंडीर की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। कोलकाता से लौटे उनके चचेरे भाई राजेंद्र सिंह पुंडीर ने बताया कि जयेंद्र सिंह का शव हावड़ा से 70 किलोमीटर आगे उलवेरिया स्थित गंगा सागर तट से बरामद किया गया। उसकी जेब से मिले वोटर आईडी से स्थानीय पुलिस ने उसकी शिनाख्त की थी। जयेंद्र का मोबाइल उसकी जेब से बरामद किया गया।
11 मार्च की अल सुबह 3:45 बजे जयेंद्र ने हावड़ा स्टेशन से 3 सेकंड अपने पिता से बात कर इतना ही कहा था कि वह कोलकाता आ गया है, वह घर आ रहा है। उसका सामान भी गायब था। उन्होंने बताया कि विभागीय प्रक्रिया पूर्ण करने में इतने दिन लग गए। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का खुलासा हो पाएगा।
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