अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को लेकर की गई सतपाल महाराज की घोषणा पर भड़की भैरव सेना, किया बुद्धि-शुद्धि हवन
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की घोषणा पर भैरव सेना भड़क गई है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज द्वारा दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की स्मृति में फोटो प्वाइंट तथा यात्री विश्राम शेड बनाने का बेतुका बयान दिया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून : दिवंगत बालीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को लेकर की गई पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की घोषणा पर भैरव सेना भड़क गई है। इसके विरोध में सोमवार को भैरव सेना कार्यकर्ताओं ने बुद्धि-शुद्धि हवन किया। गांधी पार्क के मुख्य द्वार के बाहर यह हवन किया गया।
स्मृति में फोटो प्वाइंट तथा यात्री विश्राम शेड बनाने का दिया था बयान
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज द्वारा दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की स्मृति में फोटो प्वाइंट तथा यात्री विश्राम शेड बनाने का बेतुका बयान दिया गया है।
कहा कि मंत्री का यह बयान उत्तराखंड की महान विभूतियों का अपमान है। जिसके विरोध में संगठन द्वारा कैबिनेट मंत्री को बयान वापस लेने के लिए बुद्धि-शुद्धी यज्ञ किया गया।
बता दें कि मंत्री सतपाल महाराज ने सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर केदारनाथ में सेल्फी प्वाइंट बनाने की बात कही थी, जबकि सुशांत की फ़िल्म केदारनाथ को उत्तराखंड सरकार ने प्रतिबंधित किया था। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड के महान विभूतियों की स्मृति प्वाइंट बनाने की मांग की है।
यदि स्मृति प्वाइंट बनाना ही है तो राज्य की महान विभूतियों का बने
सोमवार को गांधी पार्क में संगठन के पदाधिकारी एवं बढ़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित हुए। यहां कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के खिलाफ जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद मंत्री की बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया।
संगठन के अध्य्क्ष संदीप खत्री ने कहा जिस समय केदारनाथ में सुशांत सिंह राजपूत ने फ़िल्म बनाई थी। जिसका फिल्मांकन गलत तरीके से किया गया था। उस समय सतपाल महाराज ने फ़िल्म पर नाराजगी जताई थी। कहा महाराज का यह फैसला गलत है। इस तरह का बयान देवभूमि को आहत करने वाला है।
वहीं कार्यकारी जिला अध्यक्ष पंडित पाठक ने कहा कि किसी भी सूरत में उत्तराखंड में बाहरी व्यक्तियों को हीरो बनने नहीं दिया जाएगा। वह भी ऐसे व्यक्ति जिन्होंने उत्तराखंड के लिए कोई योगदान नहीं किया। उत्तराखंड के महान विभूतियों का अपमान भैरव सेना के कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेंगे।
यदि स्मृति प्वाइंट बनाना ही है तो राज्य की महान विभूतियों श्रीदेव सुमन, हेमवती नंदन बहुगुणा, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली, माधव सिंह भंडारी, अनुसूया बहुगुणा, तीलू रौतेली, गोविन्द वल्लभ पंत सहित हजारों समर्पित उत्तराखंडियों का बनाएं।
कार्यक्रम में उपस्थित जिला उपाध्यक्ष का स्रोत पाल ने कहा कि ऐसे अभिनेताओं को आध्यात्मिक क्षेत्र में प्रमोट करना ठीक नहीं है।