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चुनाव ड्यूटी से बचने को बीमार हुए 11 सौ कार्मिक

लोकसभा चुनाव ड्यूटी से कन्नी काटने वालों की संख्या भी कम नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 07:55 AM (IST)
चुनाव ड्यूटी से बचने को बीमार हुए 11 सौ कार्मिक
चुनाव ड्यूटी से बचने को बीमार हुए 11 सौ कार्मिक

संतोष भट्ट, देहरादून:

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लोकसभा चुनाव ड्यूटी से कन्नी काटने वालों की संख्या भी कम नहीं है। राज्य में इनकी संख्या हजारों में है। मगर, अकेले देहरादून जिले में 11 सौ कार्मिकों ने बीमारी को कारण बताते हुए ड्यूटी न लगाने की अर्जी दी है। इसमें भी सबसे ज्यादा अर्जी हृदय रोगियों की हैं। कार्मिकों के यह प्रार्थना पत्र सुरक्षित रख दिए हैं। इनकी पड़ताल करने के बाद मेडिकल बोर्ड इन प्रार्थना पत्र पर निर्णय लेगा।

साहब हार्ट का मरीज हूं, चुनाव ड्यूटी करना मेरे बस की बात नहीं। इसी तरह बेटी की शादी है, पूरी जिम्मेदारी मुझ पर ही है। परिवार में बुजुर्ग माता-पिता हैं, उनकी देखभाल मेरे जिम्मे है। कुछ इसी तरह के प्रार्थना पत्र लोकसभा चुनाव ड्यूटी कटवाने को मिले हैं। लोकसभा चुनाव में प्रभारी अधिकारी-कार्मिक सीडीओ जीएस रावत के कार्यालय में ऐसे प्रार्थना पत्रों की संख्या करीब 11 सौ है। इनमें सबसे ज्यादा हार्ट, शूगर, किडनी, पेट, पैर दर्द, यूरिक एसिड, गठिया, पाइल्स, गर्दन दर्द, पैदल चलने-बैठने में परेशानी, नजर कमजोर जैसी बीमारियों का उल्लेख किया गया है। यह प्रार्थना पत्र सीडीओ दफ्तर की पांच फाइलों में रखे गए हैं। हालांकि, इनमें से कुछ प्रार्थना पत्र तो जायज हैं, मगर, 70 फीसद को शक की निगाहों से देखा जा रहा है। इसके अलावा शादी समारोह को लेकर भी 100 सौ ज्यादा अर्जी दी गई हैं। इनमें स्वयं के बेटे, बेटी के अलावा खास रिश्तेदार की शादी की जिम्मेदारी भी संबंधित कार्मिक पर है। सूत्रों का कहना है कि दून के अलावा राज्य के चमोली, देहरादून, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार आदि जिलों में भी इनकी संख्या काफी है। ऐसे सभी कार्मिकों का ब्योरा सुरक्षित रखा गया है। सिफारिशी भी कम नहीं

चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए कर्मचारियों ने मंत्री, विधायक से लेकर अफसरों की खूब सिफारिशें लगाई। हालांकि रेंडमाइजेशन के चलते ड्यूटी कटने के बाद दोबारा ड्यूटी लग गई। रिजर्व ड्यूटी करने वालों में 50 फीसद ऐसे सिफारिशी कार्मिक हैं, जो दूर-दूराज ड्यूट से बचते रहे। करीब 11 सौ से ज्यादा कार्मिकों ने बीमारी के चलते ड्यूटी न लगाने की अर्जी दी है। यह अर्जी सुरक्षित रखी गई हैं। जरूरत पड़ने पर मेडिकल बोर्ड इनकी जांच करेगा। इनमें से कुछ तो बीमार हैं, मगर कुछ शक के दायरे में हैं।

जीएस रावत, प्रभारी अधिकारी कार्मिक बीमारी, अर्जी

हार्ट, 370

शूगर, 189

गठिया, 143

पाइल्स, 106

पैर दर्द, 100

किडनी, 67

नजर कमजोर, 63

शादी-समारोह, 110 इन कार्मिकों की चुनाव में लगी ड्यूटी

जनपद, मतदान केंद्र, पीठासीन, मतदान अधिकारी, रिजर्व

उत्तरकाशी, 531, 531, 2124,531

चमोली, 546, 546, 2184, 555

रुद्रप्रयाग, 355, 355, 1420, 355

टिहरी, 927, 927, 3708, 927

देहरादून, 1797, 1797, 7188, 1794

हरिद्वार, 1675, 1675, 6700, 1675

पौड़ी, 899, 899, 3596, 899

पिथौरागढ़, 587, 587, 2348, 587

बागेश्वर, 370, 370, 1480, 370

अल्मोड़ा, 876, 876, 3504, 876

चंपावत, 321, 321, 1605, 321

नैनीताल, 943, 943, 3772, 943

ऊधमसिंहनगर, 1402, 1402, 5608, 1402


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