मानसून के मद्देनजर शासन ने जारी की एडवाइजरी
दक्षिण-पश्चिम मानसून के आने में भले ही अभी वक्त हो लेकिन शासन अभी से सक्रिय हो गया है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: दक्षिण-पश्चिम मानसून के आने में भले ही अभी वक्त हो, लेकिन शासन अभी से सक्रिय हो गया है। इस क्रम में शासन ने सभी जिलाधिकारियों को एडवाइजरी जारी की है। इसमें मानसून सीजन में अतिवृष्टि, बाढ़, भूस्खलन और नदियों का जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरतने, पूर्व तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, आपदा के मद्देनजर राज्य व जिला स्तरीय मॉक अभ्यास के लिए शासन ने 14 लाख रुपए की राशि जारी की है। इसमें सभी जिलों व एसडीएमए को एक-एक लाख की राशि दी गई है।
सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी जिलों में प्राथमिकता के अनुसार भूस्खलन, बाढ़ आदि से संबंधित संवेदनशील स्थलों का चिह्नीकरण कर वहां के नजदीकी स्थानों में आपदा राहत संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। साथ ही मानसून अवधि में जिला आपातकालीन परिचालन केंद्रों और बाढ़ नियंत्रण केंद्रों को सातों दिन चौबीसों घ्ाटे संचालित करने, जिला स्तर पर प्रत्येक विभाग से समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नामित करने, आइआरएस सिस्टम से जुड़े अधिकारियों से समन्वय रखने, नदियों के बहाव पर निरंतर नजर रखने, बादल फटना, भू-स्खलन, बाढ़ जैसी स्थिति में समय से पूर्व चेतावनी तंत्र विकसित करने, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खनन रोकने, मौसम की जानकारी का प्रचार-प्रसार करने समेत अन्य कदम उठाने को कहा गया है।
विशेष रूपरेखा बनाने के निर्देश
एडवाइजरी में हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल व देहरादून जिलों में बाढ़ सुरक्षा से संबंधित तैयारी की विस्तृत रूपरेखा तैयार करने को भी कहा गया है। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों में समय पर मानसून अवधि के लिए खाद्यान्न की व्यवस्था सुनिश्चित करने और नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना के मद्देनजर कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।