कोठी गिराने की मुख्य आरोपित दिल्ली से गिरफ्तार, उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने लिया हिरासत में
12 जनवरी को कुछ व्यक्तियों ने क्लेमेनटाउन क्षेत्र में एक कोठी पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया था। एसटीएफ ने 30 हजार रुपये की इनामी आरोपित मोना रंधावा को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों के खिलाफ क्लेमेनटाउन थाने में डकैती समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: क्लेमेनटाउन स्थित सुभाषनगर में कोठी गिराने के मामले में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 30 हजार रुपये की इनामी आरोपित मोना रंधावा को गिरफ्तार कर लिया है।
डकैती समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि 12 जनवरी को कुछ व्यक्तियों ने क्लेमेनटाउन क्षेत्र में एक कोठी पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया था। आरोपितों के खिलाफ क्लेमेनटाउन थाने में डकैती समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। डीआइजी गढ़वाल परिक्षेत्र ने 16 अप्रैल को मुख्य आरोपित गढ़मुक्तेश्वर, हापुड़ निवासी अमित यादव, न्यू रोड डालनवाला निवासी सौरभ कपूर और मैत्री कुंज सुभाषनगर निवासी मोना रंधावा पर 30-30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
मामले में दीपक गुप्ता अभी भी फरार
शनिवार को एसटीएफ को सूचना मिली कि आरोपित मोना रंधावा नंदनगर, दिलशाद गार्डन, दिल्ली में छिपी है। इसके बाद इंस्पेक्टर अबुल कलाम, उप निरीक्षक यादविंदर बाजवा ने टीम के साथ दबिश देकर महिला को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में दीपक गुप्ता अभी भी फरार है, जबकि सात आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
यह है पूरा मामला
वरिष्ठ नागरिक कुसुम कपूर ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि वह परिवार सहित 1996 से कोठी में रह रही थीं। फरवरी 2021 में उनके पति का निधन हो गया। उनकी बेटी अस्वस्थ है, उसे साथ लेकर वह सात जनवरी को नोएडा गई थीं। 12 जनवरी को पड़ोसियों ने उन्हें सूचना दी कि कोठी पर कुछ व्यक्तियों ने बुलडोजर चला दिया है और सामान लेकर चले गए हैं।
17 जनवरी को आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया
डीजीपी के आदेश पर 17 जनवरी को आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष नरेंद्र गहलोत पर कार्रवाई न करने पर डीजीपी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। इसके अलावा अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ राज्य पुलिस प्राधिकरण में मामला चल रहा है।