द्रोणनगरी में गूंजे जयकारे, चलो भोले बाबा के द्वारे
महाशिवरात्रि का त्योहार द्रोणनगरी में धूमधाम से मनाया गया। शहर के तमाम शिवालयों में शिव भक्तों की लंबी कतार और बम बम भोले के जयकारे पूरी द्रोणनगरी को शिवमय बना रही थी।
जागरण संवाददाता, देहरादून: महाशिवरात्रि का त्योहार द्रोणनगरी में धूमधाम से मनाया गया। शहर के तमाम शिवालयों में शिव भक्तों की लंबी कतार और बम बम भोले के जयकारे पूरी द्रोणनगरी को शिवमय बना रही थी। मंदिरों के अलावा लोगों के घरों में भी शिव की आराधना का सिलसिला चलता रहा।
महाशिवरात्रि भोले के अभिषेक को गुरुवार मध्यरात्रि से ही मंदिरों में कतारें लगने लगीं। भोर होते-होते शिवालयों के बाहर कतार और लंबी होती रही। रातभर बम-बम भोले और हर हर महादेव के जयकारे गूंजते रहे। श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर, गोरक्षनाथ नागेश्वर महादेव मंदिर, सिद्धेश्वर महादेव, प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर, श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर समेत अन्य शिवालयों में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया गया। केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह ने भी दून के श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव के दर्शन कर जलाभिषेक किया।
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राज्यपाल ने किया महादेव का जलाभिषेक
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने भी शिवरात्रि पर कैंट रोड स्थित शिव मंदिर में भोले का अभिषेक किया। उन्होंने शिव का पूजा कर प्रदेश की समृद्धि की प्रार्थना की। साथ ही प्रदेशवासियों को शिवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कामना की कि भगवान शिव की कृपा सभी पर बनी रहे।
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श्री पृथ्वीनाथ मंदिर में लगा रहा भक्तों का तांता
श्री पृथ्वीनाथ महादेव जी मंदिर में शिवरात्रि पर सामूहिक महा रुद्राभिषेक एवं जलाभिषेक किया गया। दिगंबर दिनेश पुरी ने बताया कि सामूहिक महा रुद्राभिषेक भोर तक चलता रहा। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को भी सेवादारों ने हरिद्वार से लाया पवित्र गंगाजल जलाभिषेक के लिए वितरित किया। इस दौरान 500 लीटर केसरयुक्त दूध का प्रसाद वितरित किया गया। मंदिर प्रागण में अनीता मल्होत्रा प्रेम नगर महिला जागरण पार्टी ने भोले की बारात चली गज बज के सहित अन्य मधुर भजनों की धुन पर समस्त वातावरण शिवमय कर दिया। श्री पृथ्वीनाथ महादेव के गर्भ गृह में भव्य त्रिशूल और डमरू स्थापित किया गया।
श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर में उमड़ा जन सैलाब
गढ़ी कैंट स्थित श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर शिवभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। भोलनाथ के दर्शन और जलाभिषेक को मध्य रात्रि से लगी कतार सुबह और लंबी हो गई। घंटों कतार में लगने के बाद भक्तों ने शिव का अभिषेक किया और बाबा का प्रसाद छका। गुरुवार को मध्य रात्रि में ही मंदिर में महादेव का जलाभिषेक शुरू हो गया था। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महंत कृष्णागिरी व भरत गिरी ने पूजा-अर्चना की। इस दौरान सेवा दल के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता, महासचिव महेश खंडेलवाल, सचिन जैन, योगेश गुप्ता, अशीष गुप्ता, रोहित गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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शिवभक्तों ने में प्रसाद छकने की भी होड़
श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर में 11 हजार लीटर केसरयुक्त दूध का प्रसाद वितरित किया गया। इसके अलावा आलू-पूड़ी का प्रसाद ग्रहण करने को भी शिव भक्तों में होड़ लगी रही। बच्चे और महिलाएं मेले में खरीदारी और झूले आदि की सवारी करते रहे।
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महादेव के दर्शन को उमड़े भक्त
प्रेमनगर स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में भी शुक्रवार को दिनभर शिवरात्रि की धूम रही। तड़के तीन बजे से ही यहां शिवभक्तों की कतार लग गई। चार बजे से महादेव का जलाभिषेक शुरू हुआ।
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शिव आरती के साथ संपन्न हुआ जलाभिषेक
गढ़ी डाकरा स्थित प्राचीन श्री गोरक्षनाथ नागेश्वर महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों ने भोले का जलाभिषेक किया। महंत विश्वनाथ योगी के सानिध्य में शाम को शिव कीर्तन के साथ ही शिव महाआरती की गई। आज मंदिर में व्रत का उद्यापन किया जाएगा।
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अखंड ज्योत के की बाबा की आराधना
मोथरोवाला रोड स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव आश्रम में भी शिवरात्रि की धूम रही। वैदिक मंत्रों के साथ परंपरागत तरीके से भोले की पूजा हुई। ब्रह्मलीन महंत लक्ष्मण दास की गुफा में अखंड ज्योत जलाकर बाबा गोरखनाथ के दर्शन कराए गए। जबकि, आश्रम परिसर में शिवरात्रि के मेले में भी लोगों ने खूब आनंद लिया।
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प्रेमनगर में मेले का आयोजन
श्री महावीर सेवा समिति की ओर से प्रेमनगर में शिवरात्रि मेले का आयोजन किया गया। दो दिवसीय मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। पंडित कृष्णा प्रसाद ने विधि-विधान के साथ शिव की अर्चना की। इसके बाद श्रद्धालुओं ने भोले का जलाभिषेक किया। मेले में बच्चों ने झूलों का आनंद लिया।
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शिव महिमा से भक्तों को किया कृतार्थ
धर्मपुर स्थित शिव मंदिर में भी शिवरात्रि पर विशेष पूजन का आयोजन हुआ। इस दौरान शिव महिमा से पंडितों ने भक्तों को कृतार्थ किया। मध्यरात्रि से भोले के जलाभिषेक का सिलसिला शुरू हुआ जो पूरे दिन चलता रहा। 11 सौ लीटर दूध और 51 किलो ड्राई फ्रूट से चरणामृत तैयार कर भक्तों को पिलाया गया। साथ ही ढाई सौ लीटर केसरयुक्त दूध का प्रसाद भी बांटा गया।
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रुद्री यज्ञ से की शिव की आराधना
भगवान दूधेश्वर महादेव की आराधना रुद्री यज्ञ से की गई। इससे पहले भोर से ही महादेव के जलाभिषेक का क्रम जारी रहा। मंदिर के पुजारी चंद्रप्रकाश गई के सानिध्य में दैनिक यज्ञ के साथ रुद्री यज्ञ किया गया। इसके बाद भगवान शकर की आरती हुई और प्रसाद वितरण किया गया। व्यासपीठ पर विराजमान पुजारी विजेंद्र शास्त्री व मनोहर प्रसाद सेमवाल ने रामायण पाठ किया। शाम को मंदिर में विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया।
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झांकियों से बयां की शिव महिमा
शिवरात्रि पर चकराता रोड पर बिंदाल पुल के पास स्थानीय लोगों ने भव्य झांकियों की प्रदर्शनी की गई। जिसमें बालाजी महाराज, शिव तांडव, पार्वती-शिव मिलन आदि शामिल थे। इस अवसर पर रवि सूरी, गगन सूरी, अरुण लूथरा, सनी चंदोक, हिमाशु मारवाह आदि उपस्थित थे।