शहीद सैनिकों के सम्मान में बनेगा भव्य स्मारक: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि शहीदों की याद में दून में जल्द भव्य शहीद स्मारक बनाया जाएगा।
देहरादून, जेएनएन। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि शहीदों की याद में दून में जल्द भव्य शहीद स्मारक बनाया जाएगा। आधुनिक सुविधाओं से युक्त इस स्मारक में सैनिकों और पूर्व सैनिकों से जुड़ी जानकारी डिजिटलाइज की जाएंगी। यह स्मारक देश-दुनिया तक सैनिकों के प्रति सम्मान और संदेश देने में महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के शहीद सैनिकों के सम्मान को देखते हुए उनके परिजनों को सरकारी सेवा में शामिल किया जाएगा। इसका शासनादेश जारी कर दिया गया है।
रविवार को जोगीवाला में हिंदू जागरण मंच का बलिदानों की माटी को नमन कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड वीरभूमि के नौजवानों का हाथ हमेशा देश रक्षा को आगे रहा है। उन्होंने कहा कि दून में शहीदों के सम्मान में भव्य स्मारक के लिए जमीन तलाशी जा रही है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। कहा कि सैन्य परिवारों के लिए सरकार कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं।
सैनिकों की वेतन विसंगति दूर करने के लिए आयोग बनाया गया है। इसकी रिपोर्ट आते ही वेतन संबंधी समस्या दूर हो जाएगी। शहीदों के परिजनों को सरकारी नौकरी की मांग पूरी करने की रणनीति तैयार कर ली गई है। इसका शासनादेश जारी करने के बाद जिलाधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। इस मौके पर बड़ी संख्या में हिंदू जागरण मंच से जुड़े पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
चीड़बाग युद्ध स्मारक निर्माण में देरी पर पूर्व सैनिक नाराज
गढ़वाल राइफल्स के पूर्व सैनिकों के वार्षिक मिलन सम्मेलन में सैन्य परिवारों की समस्याओं पर चर्चा की। इस दौरान चीड़बाग स्थित युद्ध स्मारक और रुद्रप्रयाग में सैनिक स्कूल निर्माण की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की गई। साथ ही महिलाओं के नाम दर्ज प्रॉपर्टी में हाउस टैक्स की छूट दिए जाने की मांग सरकार से की गई। रविवार को जोगीवाला के रिंग रोड स्थित एक बरात घर में आयोजित सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि (सेनि.) ब्रिगेडियर राजेंद्र सिंह रावत ने कहा कि साल में एक बार आयोजित होने वाला मिलन समारोह सैनिकों के दुख-सुख के आदान-प्रदान का माध्यम है।
इस दौरान कई समस्याएं सामने आती हैं तो उनके निदान की भी शुरुआत होती है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा सैन्य परिवारों को दी जाने वाली कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर रिटायर्ड कर्नल डीपीएस कठैत ने सैन्य परिवारों की समस्याएं रखी। कहा कि एकजुटता से कोई भी समस्या हल हो सकती है। इस दौरान सैनिकों के आश्रितों, परिवारों और शहीदों के सम्मान में चल रही योजनाओं में धीमी गति पर पूर्व सैनिकों ने नाराजगी जाहिर की।
इस मौके पर रिटायर्ड सूबेदार मेजर तीरथ सिंह रावत ने कहा कि पूर्व सैनिकों के बहुद्देशीय भवन के लिए 10 बीघा जमीन की जरूरत है। इसका प्रस्ताव जल्द सरकार को भेजा जाएगा। उपनल में पूर्व सैनिकों का पंजीकरण न होने पर भी नाराजगी जाहिर की गई। कहा कि सरकार इस संबंध में उचित निर्देश उपनल को दें। इस मौके पर सेनि. ब्रिगेडियर आरएस रावत, विजय कुमार, कैप्टन धनीराम नैनवाल, बीएस कुंवर, बीएस नेगी, तेजवीर सिंह, राम सिंह राणा, यूएस चौधरी, आरडी गुसार्इं आदि मौजूद रहे।
आर्मी बैंड और डीजे की धुन पर थिरके मिलन समारोह में पूर्व सैनिकों ने गढ़वाली, कुमाऊंनी और हिंदी गीतों पर खूब नृत्य किया। इस दौरान गढ़वाल राइफल्स के बैंड की शानदार प्रस्तुति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। वीर नारियों का सम्मान मिलन समारोह में गढ़वाल राइफल्स की ओर से वीर नारी भीमेश्वरी देवी, कृष्णा देवी, गुड्डी देवी, रश्मि देवी, ममता देवी को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा अच्छे कार्य करने वाले पूर्व सैनिकों की सराहना की गई।
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