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पर्यटन विकास को बढ़ावा देगी लाखामंडल दर्शन एलबम

चकराता जौनसार-बावर में पर्यटन व तीर्थाटन विकास को बढ़ावा देने के लिए लाखामंडल दर्शन एलबम महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। इस एलबम की शूटिंग इन दिनों पांडव कालीन महत्व के मंदिर लाखामंडल में चल रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Jan 2021 02:05 AM (IST)Updated: Sun, 17 Jan 2021 02:05 AM (IST)
पर्यटन विकास को बढ़ावा देगी लाखामंडल दर्शन एलबम
पर्यटन विकास को बढ़ावा देगी लाखामंडल दर्शन एलबम

संवाद सूत्र, चकराता: जौनसार-बावर में पर्यटन व तीर्थाटन विकास को बढ़ावा देने के लिए लाखामंडल दर्शन के नाम से नई एलबम की शूटिग चल रही है। एकता फिल्म के सहयोग से बन रही इस एलबम की योजना लोक गायक बाबूराम शर्मा ने बनाई है। इसमें क्षेत्र के प्रमुख तीर्थ स्थलों और उसकी महत्ता का वर्णन है। जौनसारी संस्कृति के प्रचार-प्रसार को बन रही नई एलबम की शूटिग अलगे सात-आठ दिनों में पूरी हो जाएगी, जिसे बाजार में जल्द उतारने की तैयारी चल रही है।

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पिछले डेढ़ दशक से लोक संस्कृति के संरक्षण में जुटे लाखामंडल निवासी लोक गायक एवं रचनाकार बाबूराम शर्मा ने गीत-संगीत के माध्यम से ग्रामीण पर्यटन विकास को बढ़ावा देने की पहल की है। उनकी नई रचना 'बडौ आच्छो लागे लाखामंडला.गीत की शूटिग शनिवार को पांडवकालीन महत्व के प्राचीन शिव मंदिर लाखामंडल में हुई। एकता फिल्म के सहयोग से बन रही इस जौनसारी एलबम की शूटिग में मुख्य कलाकार की भूमिका में युद्धवीर नेगी व आकृति ने लोक नृत्य की प्रस्तुति दी है, जबकि संगीतकार सोनू हैं। जौनसारी संस्कृति के प्रचार-प्रसार को बन रही इस एलबम को रचनाकार एवं गायक बाबूराम शर्मा व उभरती लोक गायिका आकृति ने अपनी आवाज दी है। एकता फिल्म के निर्माता-निर्देशक बाबूराम शर्मा ने कहा कि लाखामंडल दर्शन के नाम से बन रही नई एलबम में प्राचीन महत्व के शिव मंदिर, पांडकालीन लाखामंडल गुफा, लाक्षागृह, जौनसार की बूढ़ी दीपावली, बिस्सू, नुणाई, जातरा, पांडव नृत्य, रासौ, जैंता, तांदी, हारुल व क्षेत्र के परंपरागत तीज-त्योहार मनाने का वर्णन है। इसके अलावा क्षेत्र के प्रमुख तीर्थ एवं पर्यटन स्थलों की पौराणिक मान्यता व महत्ता को एलबम में दर्शाने का प्रयास किया गया है। लोक गायक बाबूराम ने कहा कि लाखामंडल राज्य के 13 टूरिस्ट डेस्टिनेशन में एक है। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं। नई एलबम के रिलीज होने से जौनसार-बावर में तीर्थाटन व ग्रामीण पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस एलबम के माध्यम से सैलानियों को क्षेत्र विशेष की संस्कृति का पता चलेगा। कहा युवा कलाकारों के लिए उन्होंने लाखामंडल में म्यूजिक रिकार्डिंग स्टूडियो बनाया है, जिससे जौनसार-बावर के कलाकारों को अपने गीतों व एलबम की शूटिग के लिए देहरादून, चंडीगढ़ व दिल्ली के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। एलबम की फाइनल शूटिग सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल, यमुनाघाटी व फतह-पर्वत क्षेत्र में की जाएगी। कहा कि अगले सात-आठ दिनों में शूटिग पूरी होने के बाद उसे बाजार में उतारा जाएगा।


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