ऋषिकेश निवासी है बंगाल में पकड़े गए किडनी रैकेट का सदस्य
पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में सोमवार को पकड़े गए किडनी रैकेट का सदस्य देहरादून के ऋषिकेश इलाके का रहने वाला है।
By Edited By: Published: Wed, 25 Apr 2018 10:14 PM (IST)Updated: Fri, 27 Apr 2018 04:58 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में सोमवार को पकड़े गए किडनी रैकेट का सदस्य देहरादून के ऋषिकेश इलाके का रहने वाला है। दून पुलिस इस शख्स के बारे में जानकारी जुटा रही है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस से यह ब्योरा भी मांगा गया है कि दून के शख्स की रैकेट में क्या भूमिका थी, क्या वह उत्तराखंड से भी लोगों को झांसे में लेकर वहां किडनी निकलवा रहा था? बता दें कि पश्चिम बंगाल के बैरकपुर जिले में पुलिस ने नौ सदस्यीय किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया था। यह रैकेट उत्तराखंड से इसलिए जुड़ गया, क्योंकि रैकेट का एक सदस्य सुरेश चौधरी पुत्र स्व. लाला राम चौधरी निवासी ऋषिकेश देहरादून का रहने वाला है। अब तक सामने आई जानकारी के अनुसार सुरेश चौधरी देश के अलग-अलग हिस्सों से गरीबों को झांसे में लेकर उन्हें बैरकपुर बुलाता और फिर रुपये कमाने का लालच देकर उनकी किडनी निकलवा लेता। देहरादून में बीते साल 11 सितंबर को डोईवाला स्थित गंगोत्री हॉस्पिटल में किडनी ट्रासप्लाट के अवैध धंधे का खुलासा हुआ था। इस रैकेट के सरगना अमित राउत ने पूछताछ में बताया था कि वह 2008 में पकड़े जाने से पहले तक सैकड़ों की संख्या में ऑपरेशन कर चुका है। अमित ने डोईवाला में बीते साल जुलाई महीने से ऑपरेशन करना शुरू किया और सितंबर में पकड़े जाने तक उसने 50 के करीब ऑपरेशन किए थे, जिसकी दस्तावेजों के जरिए भी पुष्टि हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में दून के जिस शख्स को पकड़ा गया है, उससे अमित के लिंक की तो अभी तक कोई बात सामने नहीं आई है, लेकिन दोनों ही रैकेट के काम करने का तरीका एक जैसा होने और देश के अलग-अलग हिस्सों में रैकेट का जाल बिछा होने के कारण दोनों का आपस में लिंक होने से इंकार भी नहीं किया जा सकता।
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