जौलीग्रांट बनेगा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने के लिए कैबिनेट ने इसके विस्तार को मंजूरी दे दी है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने के लिए कैबिनेट ने इसके विस्तार को मंजूरी दे दी है। इसके लिए कुल 104.49 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस पर तकरीबन 285 करोड़ रुपये का व्ययभार आंका गया है।
बुधवार को कैबिनेट ने जौलीग्रांट हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने को मंजूरी प्रदान की है। दरअसल, जौलीग्रांट हवाई अड्डा दिल्ली के काफी नजदीक स्थित है। दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे में पार्किंग की खासी कमी है। ऐसे में जौलीग्रांट हवाई अड्डा यह कमी पूरी कर सकता है। इससे न केवल सरकार को राजस्व मिलेगा बल्कि कई अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट सीधे यहां आ सकेंगी। इसके लिए जौलीग्रांट हवाई अड्डे का विस्तार किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए बाकायदा जगह का सर्वे भी किया गया है। इसमें जौलीग्रांट और अठूरवाला की 17.41 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस पर तकरीबन 272 करोड़ रुपये का व्ययभार आएगा। इसके अतिरिक्त 87.08 हेक्टेयर वन भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिस पर 12.71 करोड़ का व्ययभार अनुमानित है।
सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री कौशिक ने कहा कि जौलीग्रांट को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। अब इसके विभिन्न पहलुओं का व्यापक रूप से अध्ययन किया जाएगा ताकि इस निर्णय को धरातल पर उतारा जा सके।