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प्रदेश में एससीवीटी वाले आइटीआइ होंगे बंद

प्रदेश में स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एससीवीटी) के अंतर्गत चलने वाले आइटीआइ अब बंद होने के कगार पर हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 08:17 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 08:17 PM (IST)
प्रदेश में एससीवीटी वाले आइटीआइ होंगे बंद
प्रदेश में एससीवीटी वाले आइटीआइ होंगे बंद

राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश में स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एससीवीटी) के अंतर्गत चलने वाले आइटीआइ अब बंद होने के कगार पर हैं। सरकार के निर्देशों पर ऐसे आइटीआइ में अब नए प्रवेश नहीं हो रहे हैं। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकार कोई आइटीआइ बंद नहीं कर रही है। एससीवीटी के अंतर्गत संचालित आइटीआइ को नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) के मानकों के तहत लाया जा रहा है, जिससे युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया जा सके।

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बुधवार को सदन में भाजपा विधायक चंदन राम दास ने आइटीआइ को बंद करने संबंधी मसला उठाया। उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार प्रदेश में 38 आइटीआइ बंद हो चुके हैं और कई अन्य बंद किए जा रहे हैं। उन्होंने इन्हें बंद करने का कारण भी पूछा। इसका जवाब देते हुए श्रम एवं सेवायोजन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में अभी दो तरह की आइटीआइ संचालित हो रही हैं। एक आइटीआइ एससीवीटी के मानकों से चल रही है और दूसरी एनसीवीटी के मानकों के अुनसार। हो यह रहा है कि जब भी नौकरी की बात आती है तो एनसीवीटी के मानकों वाली आइटीआइ से कोर्स करने वाले छात्रों को नियुक्ति दी जा रही है। एससीबीटी को कोई मान्यता नहीं मिल रही है। ऐसे में सरकार युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए एससीबीटी वाली आइटीआइ को उच्चीकृत कर एनसीबीटी से मान्यता लेने की कार्यवाही करेगी।

मीडिया से बातचीत में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि एससीबीटी की आइटीआइ बंद की जा रही है। जिन स्थानों पर दो आइटीआइ पास हैं उन्हें एकीकृत किया जा रहा है।


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