छात्राओं से यौन उत्पीड़न मामले में जांच कमेटी गठित
जागरण संवाददाता, देहरादून: एनआइवीएच में शिक्षक पर छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपों को उ
जागरण संवाददाता, देहरादून: एनआइवीएच में शिक्षक पर छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपों को उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी गंभीरता से लिया है। आयोग में उक्त प्रकरण की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। कमेटी के सदस्य सोमवार को स्कूल का निरीक्षण करेंगे। आयोग ने दृष्टिबाधितार्थ संस्थान में छेड़छाड़ की घटनाओं में हो रही बढ़ोत्तरी पर चिंता जताई है।
आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने कहा कि एनआइवीएच में दो दिनों से छात्रों के आंदोलन की जानकारी मिली है। कुछ छात्राओं ने एक शिक्षक पर यौन उत्पीड़न के आरोप भी लगाए हैं। इसके अलावा छात्रावास में पुरुषों के प्रवेश की भी शिकायत है। आरोप बेहद गंभीर हैं। प्रकरण की जांच के लिए आयोग की सदस्य शारदा त्रिपाठी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। इसमें आयोग सदस्य शैलेंद्र शेखर करगेती और बचपन बचाओ एनजीओ के समन्वयक सुरेश उनियाल भी शामिल हैं। कमेटी को एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
खाने की खराब गुणवत्ता समेत अन्य शिकायतें भी
यौन उत्पीड़न के आरोपों के अलावा छात्र-छात्राओं ने खाने की गुणवत्ता में लगातार गिरावट व स्वच्छता की कमी की समस्या भी उठाई है। इसके अलावा प्रयोगात्मक उपकरणों की कमी समेत कई अन्य शिकायतें भी की गई हैं। आरोप है कि विरोध करने पर प्रबंधन उन्हें कई सुविधाओं से वंचित रखता है।
पहले भी सुर्खियों में रहा एनआइवीएच
एनआइवीएच में बीती मई में भी छात्र के यौन शोषण का मामला प्रकाश में आ चुका है। उक्त प्रकरण में भी बाल आयोग ने संज्ञान लेते हुए सख्त रुख अपनाया था। विभागीय जांच में उक्त संगीत शिक्षक पर यौन शोषण के आरोपों की पुष्टि भी हुई थी। आरोपी शिक्षक के खिलाफ पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कराया गया था। वर्तमान में मामले की सुनवाई न्यायालय में चल रही है और आरोपी शिक्षक जेल में है। इसके अलावा एनआइवीएच में करीब सात माह पूर्व बाल आयोग की सदस्य शारदा त्रिपाठी और शैलेंद्र करगेती भी निरीक्षण के दौरान खाने की गुणवत्ता व स्वच्छता पर आपत्ति व्यक्त कर चुके हैं।