Asharodi checkpost: आशारोड़ी चेकपोस्ट से बेरोकटोक प्रवेश पर बैठाई जांच
दून में उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश सीमा पर आशारोड़ी चेकपोस्ट पर बिना जांच बेरोकटोक प्रवेश की शिकायत पर जिलाधिकारी डा. आशीष श्रीवास्तव ने जांच बैठा दी है।
देहरादून, जेएनएन। दून में उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश सीमा पर आशारोड़ी चेकपोस्ट पर बिना जांच बेरोकटोक प्रवेश की शिकायत पर जिलाधिकारी डा. आशीष श्रीवास्तव ने जांच बैठा दी है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर मामला है और चेकपोस्ट पर पर तैनात जो कर्मी यह लापरवाही बरत रहे हैं, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आशारोड़ी पुलिस की भूमिका भी जांच की जाएगी।
पिछले चार-पांच दिन से शिकायतें मिल रही हैं कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें उत्तराखंड की सीमा स्थित डाट काली मंदिर तक आ रही हैं। आरोप हैं कि सभी बसें रेड जोन से आ रहीं, जिनमें सहारनपुर और मुरादाबाद समेत नोएडा भी शामिल है। अभी तक दिल्ली से दून आने के लिए ट्रेन, टैक्सी कैब और निजी वाहन ही जरिया थे, लेकिन उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसें दिल्ली आनंद विहार बस अड्डे के समीप अपने कौशांबी बस अड्डे से भी देहरादून के डाट काली मंदिर तक यात्रियों को लाने का काम रही हैं। वहां से यात्री पैदल चल चेकपोस्ट को बेरोकटोक पार कर देहरादून में प्रवेश कर रहे। चेकपोस्ट पर डग्गामार वाहनों के भी बेरोकटोक प्रवेश की सूचना जिलाधिकारी तक पहुंची है। जिलाधिकारी ने पुलिस को बिना कोविड जांच किसी को भी प्रवेश न करने देने के आदेश दिए हैं।
अभी नहीं मिलेगी बसों को अनुमति
उत्तराखंड सरकार ने उत्तर प्रदेश की बसों को अपनी सीमा में प्रवेश देने से फिलहाल इन्कार कर दिया है। उत्तर प्रदेश की ओर से इस संबंध में उत्तराखंड परिवहन निगम को आग्रह पत्र भेजा गया था। दो रोज पूर्व इस मामले में सचिव वित्त, सचिव परिवहन व उत्तराखंड परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक के बीच बैठक भी हुई। जिसमें बताया गया कि उत्तर प्रदेश की बसों में पचास फीसद यात्री क्षमता का नियम लागू नहीं है। इसके अलावा बसें रेड जोन से आ रहीं हैं। जिस वजह से उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। अगर बसों को मंजूरी दे दी जाती है तो रेड जोन से आने वालों के लिए तय सात दिन के संस्थागत क्वारंटाइन व सात दिन के होम क्वारंटाइन का पालन कराना भी मुनासिब नहीं होगा।
ऑटो वाले काट रहे चांदी
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों से आ रहे यात्री लगभग दो किलोमीटर पैदल चलकर उत्तराखंड की सीमा में आ रहे और वहां से ऑटो पकड़कर शहर में पहुंच रहे। चेकिंग से बचने के लिए चेकपोस्ट से कुछ दूर पहले ही ऑटो खड़े किए जा रहे। वहां से ऑटो चालक मनमाने किराए पर यात्रियों को शहर में ला रहे। इसकी शिकायत भी जिलाधिकारी तक पहुंची है।
अपनी सीमा में चल रहीं उत्तराखंड की बसें
उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें अभी सिर्फ अपनी सीमा में ही चल रही हैं। बसें 25 जून से शुरू की गई थी। अपने प्रदेश में एक जिले से दूसरे जिले के बीच यदि उत्तर प्रदेश की सीमा पड़ रही है तो ऐसे मार्ग पर बसों का संचालन नहीं किया जा रहा। इस समय उत्तराखंड रोजाना करीब ढाई सौ बसें संचालित कर रहा।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में होम आइसोलेशन की अभी आवश्यकता नहीं : मुख्य सचिव