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अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार

जनपद देहरादून और हरिद्वार में कार चोरी को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

By Edited By: Published: Thu, 15 Mar 2018 08:49 PM (IST)Updated: Fri, 16 Mar 2018 10:37 AM (IST)
अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: जनपद देहरादून और हरिद्वार में कार चोरी को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से भरतपुर राजस्थान और मुजफ्फर नगर से चोरी दो कारें व कार चुराने के उपकरण बरामद किए। गिरोह के लोगों के खिलाफ एक दर्जन से अधिक मामले हरियाणा में पंजीकृत हैं। कोतवाली में एसपी देहात सरिता डोभाल ने बताया कि चोरों ने देहरादून और हरिद्वार जनपद में एक माह के भीतर कई वाहन चुराए थे। ऋषिकेश और सहसपुर से एक और हरिद्वार से तीन वाहन चोरी किए थे। कोतवाल प्रवीण ¨सह कोश्यारी के नेतृत्व में 22 सदस्यीय टीम का गठन किया गया। बुधवार की देर रात आशुतोषनगर ऋषिकेश में ड्यूटी कर रही टीम को सूचना मिली कि बाहर से एक चोर गिरोह यहां आया है। इनके पास चोरी की एक ब्रेजा कार है। जिस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी है। गिरोह में शामिल चार लोग चार धाम बस अड्डा के समीप निर्माणाधीन म्यूजियम के पीछे हैं। पुलिस मौके पर पहुंची तो कार के बाहर खड़े दो लोग फरार हो गए। कार के भीतर बैठे दो लोगों को पुलिस ने दबोच लिया। पहचान अक्षय पुत्र विजय ¨सह निवासी ग्राम कलाणा थाना गन्नौर, जिला सोनीपत हरियाणा और सोमवार पुत्र करमवीर निवासी ग्राम सामणी तहसील गुहाना सोनीपत हरियाणा के रूप में हुई। इनके कब्जे से भरतपुर राजस्थान से चुराई मारूति ब्रेजा और मुजफ्फरनगर से चुराई मारूति स्विफ्ट बरामद की गई। चार पहिया वाहन खोलने की चाबी और चुंबक, स्केनर और अन्य उपकरण मिले। फरार गिरोह के लोगों की तलाश की जा रही है। अपराध का तरीका प्रभारी निरीक्षक प्रवीण ¨सह कोश्यारी ने बताया कि गिरोह के लोग पहले नीलामी में नये मॉडल के दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को खरीदते हैं। उनके पेपर अपने पास रखकर वाहनों को कटवा कर बेच देते हैं। इनके कागजात के आधार पर इन्हीं मॉडलों की गाड़ियों की रेकी की जाती है। वाहन को खोलने व स्केनर के माध्यम से इनकी चाबी बनाई जाती है। चोरी के वाहनों को पानीपत ले जाते हैं। वहां उपलब्ध कागजातों के आधार पर वाहनों में छेड़छाड़ कर इंजन और चेसिस नंबर अंकित करके आगे बेच देते हैं। पंडित जी की कार न चुराते तो बच जाते बाबा सदानंद मार्ग से 15 फरवरी की सुबह पंडित दुर्गेश तिवारी को यजमान की ओर से दी गई कार चोरी हो गई थी। पुलिस ने जब आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पता चला कि इनोवा कार को चोर दूसरे वाहन से बांधकर ले गए। यही सबसे बड़ी चूक थी। चूंकि मुजफ्फरनगर तक सीसीटीवी में दोनों कारें कैद होती चली गई। पुलिस ने आरोपितों से जब पुछताछ की तो उन्होंने बताया कि इनोवा कार का स्टेय¨रग लॉक उन्होंने चुंबक से खोला। मगर, जब उसकी सेंसर वॉयर की जगह गलत वायर कट गई। जिससे गाड़ी स्टॉर्ट नहीं हुई। दो घंटे मेहनत के बाद खाली हाथ लौटने को तैयार नहीं थे। वह अपने साथ लाई कार से बांधकर ले गए।

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