ऑनलाइन पढ़ाई में इंटरनेट और बिजली कटौती बड़ी समस्या
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने ‘अटल ई जन संवाद’ में ऑनलाइन पढ़ाई में आ रही इंटरनेट और बिजली कटौती की समस्या पर सबसे ज्यादा चर्चा की।
देहरादून, जेएनएन। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने वर्चुअल क्लासेस के केंद्रीय स्टूडियो, राजीव गांधी नवोदय विद्यालय तपोवन से ‘अटल ई जन संवाद’ का आयोजन किया। कार्यक्रम में प्रदेशभर में 393 विद्यालयों में वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से विधायकों, जिला पंचायत सदस्यों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों, प्रधानों, स्कूल प्रबंधन समितियों और अभिभावक संघ के अध्यक्षों से सीधे संवाद किया गया। लगभग दो घंटे चले संवाद में ऑनलाइन पढ़ाई में आ रही इंटरनेट और बिजली कटौती की समस्या पर सबसे ज्यादा चर्चा हुई। इसके अलावा बोर्ड परीक्षाओं और स्कूलों में नया सत्र भी चर्चा का प्रमुख विषय रहा।
प्रदेशभर में इंटरनेट की समस्या और बिजली कटौती के कारण दूरदर्शन पर प्रसारित हो रहे ज्ञानदीप कार्यक्रम में व्यवधान पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में काम कर रही टेलीकॉम कंपनियों के साथ इस विषय में वार्ता की जा रही है। प्रदेश के दूरस्थ इलाकों में पढ़ने वाले अंतिम छात्र तक भी ऑनलाइन पढ़ाई को पहुंचाने के लिए सार्थक प्रयास हो रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड बोर्ड की बची हुई परीक्षा कार्यक्रम 17 मई को केंद्र सरकार की ओर से जारी होने वाली गाइडलाइन के आधार पर निर्धारित किया जाएगा। शिक्षा विभाग और राज्य सरकार का लक्ष्य है कि जून आखरी तक किसी भी हाल में उत्तराखंड बोर्ड के परिणाम जारी कर दिया जाएगा। एक प्रश्न के जवाब में शिक्षा मंत्री ने बताया कि सरकार इस शैक्षणिक सत्र की आधिकारिक शुरुआत जुलाई महीने से करने जा रही है। कार्यक्रम में प्रदेश भर से 27 विधायकों समेत अन्य कई जनप्रतिनिधियों और प्रधानाचार्य ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने प्रदेशभर के जनप्रतिनिधियों से शिक्षा और पंचायत राज से जुड़े कई सुझाव लिए। स्टूडियो में शिक्षा मंत्री के साथ शिक्षा महानिदेशक आलोक कुमार पांडे, समग्र शिक्षा राज्य परियोजना अपर निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती, शिक्षा निदेशक आरके कुंवर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
शिक्षकों की समस्या के समाधान के लिए सिंगल विंडो सिस्टम
एक जनप्रतिनिधि के सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बताया कि शिक्षकों की पेंशन, प्रमोशन समेत दूसरे मामलों के लिए प्रदेश में वह सिंगल विंडो सिस्टम तैयार करने जा रहे हैं। यह सिस्टम तैयार होने के बाद कम से कम समय में शिक्षकों की सभी समस्याओं का समाधान हो सकेगा। उन्हें अपने मामूली प्रकरणों के लिए हाई कोर्ट के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
गेस्ट शिक्षकों को गृह जनपद में नियुक्ति मिलने के आसार
अल्मोड़ा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के समक्ष गेस्ट शिक्षकों की समस्या उठाई। उन्होंने कहा कि कम वेतन में गेस्ट शिक्षकों को उनके गृह जनपद से बहुत दूर नियुक्ति देना उचित नहीं। घर से दूर रहने में तमाम खर्चों में वेतन का ज्यादातर हिस्सा खत्म हो जाता है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह मामला विचाराधीन है इस पर जल्द सकारात्मक कार्रवाई होने जा रही है। शिक्षा मंत्री के जवाब से गेस्ट शिक्षकों को उनके तहसील और ब्लॉक स्तर पर नियुक्तियां मिलने की आस जगी है।
ये मिले मुख्य सुझाव
- शैक्षणिक सत्र 2020-21 जुलाई से शुरू किया जाए।
- दूरस्थ इलाकों में नेटवर्क और इंटरनेट को अपग्रेड किया जाए।
- सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे छात्र-छात्रओं को सर्वे के बाद एक विशेष कंपनी के सिम वितरित किए जाएं।
- प्रमोशन और पेंशन संबंधित समस्याओं के लिए एक अंतराल के बाद जिलेवार कैंप आयोजित किए जाएं।
- शारीरिक दूरी का पालन करवाने के लिए अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों में अल्टरनेटिव दिनों में पढ़ाई करवाई जाए।
- निजी स्कूलों की मॉनिटरिंग सख्ती से करवाई जाए।
- प्रदेश के समस्त स्कूलों को क्वारंटाइन एवं आइसोलेशन सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया जाए।
दून स्थित स्टूडियो में दून के ही स्कूल का नहीं दिखा वीडियो
अटल ई-जन संवाद में शिक्षा विभाग की अधूरी तैयारियों की तस्वीर भी देखने को मिली। विभाग ने प्रदेश भर के 500 केंद्रों पर ई-संवाद की घोषणा तो कर दी। लेकिन विभिन्न तकनीकी खामियों के चलते केंद्रीय स्टूडियो से 393 केंद्र ही जुड़ सके। इसमें भी कई केंद्रों से वीडियो तो कई केंद्रों से ऑडियो में समस्या आई। यहां तक कि देहरादून में स्थित केंद्रीय स्टूडियो में स्टूडियो से छह किलोमीटर दूर देहरादून के ही स्कूल का वीडियो तक नहीं दिख सका।
बुधवार को अटल ई-जन संवाद कार्यक्रम के लिए मसूरी विधायक गणोश जोशी कैप्टन प्रतीक आचार्य राजकीय इंटरमीडिएट स्कूल में बैठे थे। उन्होंने संवाद के लिए माइक तो थाम लिया लेकिन उनका वीडियो शिक्षा मंत्री को अपनी स्क्रीन पर नहीं दिखा। तब विधायक बोल पड़े ‘अरे मैं बोल रहा हू, गणोश जोशी, आप मुझेदिख रहे हो।’ अपनी बात रखते हुए विधायक जोशी ने कहा कि देहरादून में कई लोगों के पास स्मार्टफोन तक उपलब्ध नहीं हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जो हर महीने इंटरनेट रिचार्ज कराने में समर्थ नहीं। उन्होंने सरकारी स्कूलों की जर्जर स्थिति पर भी चिंता जताई।
ऐसे ही दूरस्थ इलाकों के कई स्कूलों के वीडियो केंद्रीय स्टूडियो में प्रसारित नहीं हो सके। वहीं कई स्कूलों में माइक की समस्या रही। शिक्षा महानिदेशक आलोक कुमार पांडे ने बताया कि कई इलाकों में मौसम बेहद खराब होने के कारण कनेक्टिविटी की समस्या रही। वहीं कई इलाकों में वर्चुअल क्लास सिस्टम में तकनीकी खामियों की शिकायत भी मिली है। लेकिन लॉकडाउन के चलते तकनीकी टीम वर्चुअल क्लास स्क्रीन को सुधारने फिलहाल नहीं जा पाई है। रियायत मिलते ही सभी केंद्रों पर इसे दुरुस्त करवाया जाएगा।
कई केंद्रों पर घंटों बाहर खड़े रहे जनप्रतिनिधि
कई स्कूलों के ताले कार्यक्रम खत्म होने के बाद तक नहीं खुले। कार्यक्रम के बीच में ही प्रदेश भर से कई जनप्रतिनिधियों ने फोन करके इसकी शिकायत की। स्कूलों में ताले नहीं खुलने के कारण जनप्रतिनिधियों को घंटों बाहर इंतजार करना पड़ा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने शिक्षा महानिदेशक आलोक कुमार पांडे को कार्यक्रम खत्म होने के बाद पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कार्यक्रम की सफलता में बाधा बने लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।