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हिसक हाथी बना मुसीबत का सबब

आखिर जिस बात का अंदेशा था वही हुआ। स्वर्गाश्रम क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय हाथी ने एक जान ले ली। हाथी के हिसक होने के बाद अब क्षेत्र में खतरा और भी बढ़ गया है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में पहुंचे विदेशी योग साधकों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Mar 2020 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 06 Mar 2020 06:11 AM (IST)
हिसक हाथी बना मुसीबत का सबब
हिसक हाथी बना मुसीबत का सबब

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : आखिर जिस बात का अंदेशा था वही हुआ। स्वर्गाश्रम क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय हाथी ने एक जान ले ली। हाथी के हिसक होने के बाद अब क्षेत्र में खतरा और भी बढ़ गया है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में पहुंचे विदेशी योग साधकों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं।

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पिछले करीब चार माह से लक्ष्मणझूला के स्वर्गाश्रम क्षेत्र में एकल हाथी की आमद लगातार बनी हुई थी। हाथी ने यहां चौरासी कुटी समेत आसपास के आबादी क्षेत्र में खासा नुकसान पहुंचाया। कई बार हाथी के कारण यहां यातायात अवरुद्ध हुआ। शिवरात्रि पर नीलकंठ महादेव में लगे मेले में दो दिन तक लगातार हाथी ने श्रद्धालुओं को दौड़ाया। इसके बाद भी हाथी की लगातार यहां आमद बनी रही। गुरुवार तड़के हाथी ने झोपड़ी में सो रहे साधु पर हमला कर उसे पटक-पटक कर मार डाला। हाथी के इस हमले के बाद समूचे क्षेत्र में दहशत व्याप्त है।

स्वर्गाश्रम के परमार्थ निकेतन में इन दिनों अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव चल रहा है। योग महोत्सव में विभिन्न देशों के 900 से अधिक योग साधक पहुंचे हैं। जिस क्षेत्र में हाथी का आतंक व्याप्त है, वहां बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक दिन रात घूमते हैं। ऐसे में पर्यटकों की सुरक्षा भी खतरे में है। हालांकि वन विभाग अब क्षेत्र में गस्त बढ़ाने और हिसक हाथी की निगरानी के दावे कर रहा है।

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योग महोत्सव में विदेशियों की सुरक्षा को देखते हुए क्षेत्र में लगातार गश्त बढ़ाई गई है। हाथी की आमद को रोकने के लिए संबंधित क्षेत्र में वन कर्मी तैनात किए गए हैं। जिस हाथी ने साधु को मारा है, उस पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।

- धीर सिंह, वन क्षेत्राधिकारी, गौहरी रेंज


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