आसन वेटलैंड में विदेशी परिंदों की बढ़ाई सुरक्षा
जागरण संवाददाता विकासनगर देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में प्रवासी परिदों क
जागरण संवाददाता, विकासनगर: देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में प्रवासी परिदों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अभी तक सबसे ज्यादा करीब डेढ़ सौ की संख्या सुर्खाब यहां पहुंचे हैं। इसके अलावा ग्रे लेग गीज, कारमोरेंट, कामन पोचार्ड प्रजातियों के परिदों को मिलाकर प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़कर ढाई सौ पहुंच गयी है। चकराता वन प्रभाग परिदों की रोजाना स्थानीय स्तर पर गणना कर रहा है। साथ ही परिदों की सुरक्षा को भी टीमें लगी हुई है, ताकि परिदों का कोई शिकार न कर सके। बतादें कि आसन वेटलैंड में ठंडे देशों साइबेरिया, कजाकिस्तान आदि से अक्टूबर में विदेशी परिदे आने शुरू हो जाते हैं। मार्च अंत में प्रवास खत्म होने पर अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक परिदे अपने मूल स्थानों की ओर लौट जाते हैं। आसन नमभूमि में सबसे ज्यादा संख्या अभी तक सुर्खाब की है। जबकि ग्रे लेग गीज, कारमोरेंट, कामन पोचार्ड प्रजातियों के परिदों की संख्या अभी सीमित है। आसन झील में परिदों की संख्या में लगातार इजाफा देख वन कर्मियों ने सुरक्षा बढ़ा दी है। चकराता वन प्रभाग की स्थानीय गणना में प्रवासी परिदों की संख्या बढ़कर ढाई सौ के करीब पहुंच गयी है। डीएफओ दीपचंद आर्य के निर्देश पर वन टीम परिदों की सुरक्षा कर रही है। आसन रेंजर जवाहर सिंह तोमर के अनुसार आसन झील में प्रवासी परिदों की संख्या बढ़ने पर पक्षी प्रेमी भी आने लगे हैं। जिसको देखते हुए वन टीम ने गश्त भी बढ़ा दी है। वहीं जीएमवीएन के आसन पर्यटन स्थल प्रबंधक विश्वनाथ बेंजवाल के अनुसार प्रवासी परिदों को देखने के लिए पर्यटक भी आने लगे हैं। आसन पर्यटन स्थल पर बर्ड वाचिग के लिए विशेष व्यू भी है। किस साल कितने आए परिदे
-वर्ष 2015 में 48 प्रजातियों के 5796 परिदे
-वर्ष 2016 में 84 प्रजातियों के 5635 परिदे
-वर्ष 2017 में 60 प्रजातियों के 4569 परिदे
-वर्ष 2018 में 61 प्रजातियों के 6008 परिदे