ओएनजीसी के 30 हजार करोड़ पर आयकर विभाग की नजर
मुख्य आयकर आयुक्त पीके गुप्ता ने कहा कि विभाग का ध्यान पूरी तरह से आयकर बढ़ोतरी पर है। इसके लिए ओएनजीसी पर बकाया करीब 30 हजार करोड़ रुपये की वसूली के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

देहरादून, [जेएनएन]: मुख्य आयकर आयुक्त पीके गुप्ता ने कहा कि विभाग का ध्यान पूरी तरह से आयकर बढ़ोतरी पर है। इसके लिए विशेष तौर पर करीब छह-सात साल से ओएनजीसी पर बकाया करीब 30 हजार करोड़ रुपये की वसूली के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यह प्रकरण आयकर आयुक्त (अपील) से लेकर आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण में लंबित हैं और इनकी मजबूत पैरवी की जा रही है।
आयकर विभाग के 158वें स्थापना दिवस पर मुख्य आयकर आयुक्त ने कहा कि वह स्वयं की इन प्रकरणों को देख रहे हैं। ओएनजीसी में आयकर संबंधी मसलों पर सीएमडी के साथ भी सीधी बात की जा रही है। क्योंकि जरा सी भी चूक से आयकर विभाग के हाथ से 30 हजार करोड़ रुपये का राजस्व निकल सकता है।
उन्होंने उत्तराखंड में पहली तिमाही में एडवांस टैक्स के रूप में जमा हुए 2198 करोड़ रुपये का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें 60 फीसद हिस्सेदारी ओएनजीसी की है। बड़े आयकरदाता होने के नाते ओएनजीसी के आयकर को लेकर अधिक सतर्कता बरती जाती है। इसी सक्रियता का नतीजा है कि पिछली दफा एडवांस टैक्स के रूप में 1593 करोड़ रुपये प्राप्त होने के बाद इस बार इसमें 27 फीसद से अधिक इजाफा संभव हो पाया है।
6.76 लाख हुए करदाता
मुख्य आयकर आयुक्त पीके गुप्ता के अनुसार, कार्मिकों की सक्रियता के चलते आयकरदाताओं की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। एक अप्रैल 2018 को प्रदेश में आयकरदाताओं की संख्या 5.18 लाख थी, जो अब बढ़कर 6.76 लाख हो गई है।
धूमधाम से मनाया गया स्थापना दिवस
आयकर विभाग ने 158वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इसके तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मंगलवार को स्थापना दिवस समारोह के तहत साइक्लोथॉन का आयोजन किया गया। साथ ही मुख्य आयकर आयुक्त पीके गुप्ता के नेतृत्व में जवाहर नवोदय विद्यालय, चसायरहोम, वसंत विहार क्षेत्र में 250 पौधों का रोपण किया गया।
वहीं, करदाताओं के प्रति आभार व उन्हें दी जाने वाली सेवाओं का प्रदर्शन बैनर-होर्डिंग्स के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर प्रधान आयकर आयुक्त सुनीति श्रीवास्तव, अपर आयुक्त निधि सिंह, नीता अग्रवाल, सुमना सेन, संयुक्त निदेशक लियाकत अली आदि उपस्थित रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।