IMA POP 2022 : कोरोना संक्रमण कम होने के बाद दिखा वही जोश और जब्बा, दो साल बाद फिर लौटी रंगत
IMA POP 2022 इस बार शनिवार को हुई पासिंग आउट परेड में न केवल स्वजन बल्कि देश-विदेश के कई मेहमान भी परेड देखने को पहुंचे हुए थे। कोरोना का प्रसार कम होने के बाद अब पासिंग आउट परेड भी अपने असल रंग में लौट आई है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: IMA POP 2022 : कोरोना के कारण देश-दुनिया में लंबे वक्त तक, तमाम तरह की पाबंदियां रही हैं। देश का प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी भी इससे अछूता नहीं रहा। स्थिति यह रही कि पासिंग आउट परेड व इससे जुड़े तमाम अन्य आयोजन भी सीमित करने पड़े। यहां तक की स्वजन भी पीओपी में शामिल नहीं हो सके थे।
पर कोरोना का प्रसार कम होने के बाद अब पासिंग आउट परेड भी अपने असल रंग में लौट आई है। इस बार शनिवार को हुई पासिंग आउट परेड में न केवल स्वजन बल्कि देश-विदेश के कई मेहमान भी परेड देखने को पहुंचे हुए थे। जिन्होंने दर्शक दीर्घा में बैठकर पास आउट हो रहे कैडेटों का उत्साह बढ़ाया। वहीं, पीपिंग सेरेमनी में अपने बच्चों के कंधे पर सितारे चमकते देख स्वजन के चेहरे पर खुशी के भाव देखते ही बनते थे।
पिछले दो साल सतर्कता व सादगी से आयोजित की गई थी पीओपी
कोरोना महामारी के कारण पिछले दो साल पीओपी सतर्कता व सादगी से आयोजित की गई थी। बीते साल जून में कैडेटों के स्वजन परेड में शामिल नहीं हो सके थे। पीपिंग सेरेमनी में प्रशिक्षकों व सैन्य अफसरों ने स्वजन की भूमिका निभाई। उन्होंने ही कैडेटों के कंधे पर सितारे सजाए।
दिसंबर में स्वजन को परेड में आने की इजाजत मिली, पर संख्या सीमित रखी गई। हरेक कैडेट के दो-दो स्वजन ही परेड में शामिल हुए। इस बार कोरोना संक्रमण काफी हद तक कम होने के चलते सभी कैडेटों के स्वजन काफी संख्या में परेड देखने के लिए पहुंचे हुए थे।
माता-पिता ने अपने लाडलों के कंधे पर सितारे सजाए। अपने लाडलों के सपने साकार होने की खुशी हर किसी ने अपने अंदाज में मनाई। पीपिंग व ओथ सेरेमनी की रस्म पूरी होने के बाद सभी एक-दूजे से गले मिले। अब ये नौजवान अधिकारी सेना की अलग-अलग यूनिट व रेजीमेंट को ज्वाइन कर बतौर अफसर अपनी नई सैन्य पारी की शुरुआत करेंगे।