चारधाम में कराना चाहते हैं कथा तो ये खबर है आपके लिए
चारधाम में यदि अब कोई कथा कराना चाहता है तो इसके लिए उसे पहले उप जिलाधिकारी से अनुमति लेनी होगी।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: चारधाम में यदि अब कोई कथा कराना चाहता है तो इसके लिए उसे पहले स्थानीय उप जिलाधिकारी से अनुमति लेनी होगी। उप जिलाधिकारी भी अनुमति देने से पहले यह देखेंगे की इससे यात्रियों को समस्या अथवा यात्रा प्रभावित न हो। हालांकि, जो कथाएं चल रही है और जिनके लिए पूर्व में ही अनुमति ले ली गई हैं, वे यथावत चलती रहेंगी। चारधाम यात्रा के दौरान चारों धामों में धार्मिक कथाओं का आयोजन होता है। इनमें रामकथा, भागवत अथवा प्रवचन आदि का आयोजन किया जाता है। अमूमन ये कथाएं चारों धाम के आसपास की जाती हैं। यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु भी इन कथाओं में शामिल होते हैं। हालांकि, बीते वर्षो में यह देखने में आया है कि कभी-कभी इन कथाओं में इतने श्रद्धालु आ जाते हैं जिस कारण यात्रा प्रभावित होने लगती है। इससे अन्य यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
यह मसला हाल ही में पर्यटन विकास परिषद की बैठक में उठा। बैठक में यात्रा के तेजी पकड़ने पर इन कथाओं पर रोक लगाने के संबंध में मंथन किया गया मगर पहले से ही कथाओं के लिए अनुमति दिए जाने के कारण ऐसा निर्णय नहीं लिया गया। इतना जरूर किया गया है कि पूर्व में ही जिन कथाओं को अनुमति मिल चुकी है उन्हें छोड़ कर नई कथाओं को अनुमति देने से पहले प्रस्तावित तिथि पर यात्रा की स्थिति देखी जाएगी।
इसकी जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को सौंपी गई है। एसडीएम ही सही स्थिति का आंकलन कर कथाओं के लिए अनुमति देंगे अथवा इन्कार करेंगे। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि नई कथाओं की अनुमति के लिए एसडीएम को अधिकृत किया गया है। वे ही स्थिति देखकर इस पर फैसला लेंगे। जिन कथाओं की अनुमति पहले ही दी जा चुकी है वे चलती रहेंगी।
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