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कोरोनाकाल में पर्यावरण शुद्धता के लिए गायत्री प्रकटोत्सव पर घर-घर होगा हवन

कोरोनाकाल में पर्यावरण शुद्धता और मानसिक तौर पर स्वास्थ्य लाभ के लिए सोमवार को गायत्री प्रकटोत्सव मनाया जाएगा। इस उपलक्ष्य में शनिवार से सोमवार तक घर-घर हवन होगा। इसके अलावा विभिन्न धार्मिक संगठन और मंदिर समितियां भी मंदिरों में हवन का आयोजन करेंगी।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 08:06 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 08:06 PM (IST)
कोरोनाकाल में पर्यावरण शुद्धता के लिए गायत्री प्रकटोत्सव पर घर-घर होगा हवन
कोरोनाकाल में पर्यावरण शुद्धता के लिए गायत्री प्रकटोत्सव पर घर-घर होगा हवन।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोनाकाल में पर्यावरण शुद्धता और मानसिक तौर पर स्वास्थ्य लाभ के लिए सोमवार को गायत्री प्रकटोत्सव मनाया जाएगा। इस उपलक्ष्य में शनिवार से सोमवार तक घर-घर हवन होगा। इसके अलावा विभिन्न धार्मिक संगठन और मंदिर समितियां भी मंदिरों में हवन का आयोजन करेंगी।

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हर वर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मां गायत्री का पूजन कर उनका प्रकटोत्सव मनाया जाता है। रविवार को शाम 4:25 बजे एकादशी शुरू होगी और सोमवार दोपहर 01:35 बजे तक रहेगी। हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र को सबसे उत्तम माना गया है। इस बार विभिन्न धार्मिक संगठनों व मंदिर समितियों ने इस पर्व पर घर व मंदिर में हवन करने की अपील की है।

अखिल भारतीय गायत्री परिवार के जिला समन्वयक सुरेश चंद्र डंगवाल ने बताया कि बीते 15 जून को शांति कुंज हरिद्वार के तत्वावधान में हुई सभी संगठनों के पदाधिकारियो की वर्चुअल बैठक में दिए गए निर्देशों के तहत शनिवार सुबह पांच बजे से 24 घंटे का अखंड गायत्री जाप होगा। रविवार को सुबह आठ बजे से हवन होगा और शाम सात बजे दीये जलाए जाएंगे। यह कार्यक्रम सभी सदस्य अपने घर में ही करेंगे। श्रद्धालु शांतिकुंज के लाइव प्रसारण से भी जुड़ सकेंगे। देहरादून में यह कार्यक्रम शक्तिपीठ भोगपुर और गायत्री चेतना केंद्र बड़ोवाला में होगा। भैरव सेना के प्रदेश अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि हर्रावाला स्थित शिव मंदिर में हवन किया जाएगा। टपकेश्वर स्थित माता वैष्णो गुफा योग मंदिर, पटेलनगर स्थित श्याम सुंदर मंदिर में यज्ञ होगा।

गंगा दशहरा कल

कल यानी रविवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा मनाया जाएगा। आचार्य विजेंद्र प्रसाद ममगाईं के अनुसार इस दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व है। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए सभी के लिए गंगा स्नान को जाना संभव नहीं है। ऐसे में घर में ही जल में गंगाजल मिलाकर उससे स्नान करें। इस दिन दान जरूर करें। गंगा दशहरा शनिवार शाम 6:50 बजे से अगले दिन शाम 4:25 बजे तक रहेगा।

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