निदेशालय करेगा कॉलेजों में शिक्षकों की व्यवस्था
प्रदेश के दूरदराज सरकारी डिग्री कॉलेजों में शिक्षकों की कमी अब कॉलेज के बजाए उच्च शिक्षा निदेशालय के स्तर से दूर की जाएगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
प्रदेश के दूरदराज सरकारी डिग्री कॉलेजों में शिक्षकों की कमी अब कॉलेज के बजाए उच्च शिक्षा निदेशालय के स्तर से दूर की जाएगी। उच्च शिक्षा प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन ने निदेशालय स्तर पर अस्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की कार्रवाई के निर्देश दिए। जिन कॉलेजों में नेट कनेक्टिविटी नहीं है, वहां केबल नेटवर्क डीटीएच के माध्यम से छात्र-छात्राओं को पढ़ाई की सुविधा मुहैया कराने को कहा गया।
उच्च शिक्षा प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सरकारी और अनुदानित डिग्री कॉलेज प्राचार्यो और जिलों के नोडल अधिकारियों की क्लास ली। उन्होंने कॉलेजों में पेश आ रही समस्याओं का निराकरण भी किया। प्राचार्यो ने उन्हें बताया कि दूरदराज कॉलेजों में उनके स्तर पर शिक्षकों के रिक्त पदों पर अस्थायी नियुक्तियों के आवेदन मांगे गए, लेकिन एक भी शिक्षक उपलब्ध नहीं हुआ। उन्होंने उच्च शिक्षा निदेशक को निदेशालय स्तर पर अस्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की व्यवस्था करने को कहा।
उन्होंने कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई और कैरियर संबंधी दिक्कतों के समाधान के लिए 10-20 छात्रों का एक समूह बनाकर शिक्षकों को मेंटर का जिम्मा देने का सुझाव दिया। कॉलेजों की लाइब्रेरी में पाठ्यपुस्तकों के साथ रिफरेंस बुक व विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकों के साथ संबंधित विषय के नोबल पुरस्कार विजेताओं की पुस्तकों की व्यवस्था करने को कहा गया है। प्रमुख सचिव ने प्रत्येक स्ट्रीम के टॉपर छात्रों को स्टेट स्कॉलरशिप स्कीम व प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी को कोचिंग स्कीम बनाने के निर्देश दिए। उच्च शिक्षा निदेशालय को इंटर डिस्प्लीनरी एंड सॉफ्ट स्किल के संबंध में योजना बनाने को कहा गया है।
इस अवसर पर शिक्षकों के टीचिंग प्लान, शिक्षकों की तैनाती, छात्र-छात्राओं की संख्या व एडुसेट के माध्यम से शिक्षण कार्य कराने पर भी चर्चा की गई।