परवान नहीं चढ़ रहे चेकपोस्ट हाईटेक करने के दावे
परिवहन विभाग को हाईटेक करने के दावे अभी परवान चढ़ते नजर नहीं आ रहे हैं। स्थिति यह है कि चिह्नित तीन संभागों में से केवल आशारोड़ी चेकपोस्ट ही हाईटेक हो पाई है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: परिवहन विभाग को हाईटेक करने के दावे अभी परवान चढ़ते नजर नहीं आ रहे हैं। स्थिति यह है कि चिह्नित तीन संभागों में से केवल आशारोड़ी चेकपोस्ट ही हाईटेक हो पाई है। अन्य स्थानों पर बजट स्वीकृत होने के बावजूद कार्य धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
उत्तराखंड से लगी अन्य राज्यों की सीमाओं पर परिवहन विभाग ने 19 स्थानों पर चेकपोस्ट स्वीकृत की हुई है। हालांकि, अभी ये सारी चेकपोस्ट सक्रिय नहीं हैं। कुछ स्थानों पर तो परिवहन विभाग के पास अपनी चेकपोस्ट हैं लेकिन कई अन्य स्थानों पर ये चेकपोस्ट अस्थायी व्यवस्था के तौर पर चलाई जा रही हैं। इन चेकपोस्ट पर परिवहन विभाग दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों से टैक्स वसूलता है। यूं तो विभाग की मंशा निजी वाहनों से भी टोल टैक्स वसूलने की थी लेकिन विभिन्न कारणों से यह योजना परवान नहीं चढ़ पाई। ऐसे में विभाग ने इन चेकपोस्ट पर हेराफेरी रोकने के लिए इन्हें उच्चीकृत करने की योजना बनाई। इसके तहत देहरादून, हल्द्वानी व पौड़ी संभाग की चेकपोस्ट से शुरुआत करने की तैयारी की गई। इन तीनों स्थानों की तकरीबन 14 चेकपोस्ट के लिए कंप्यूटर व अन्य उपकरण लगाने का निर्णय लिया गया ताकि निकट भविष्य में इन्हें ऑनलाइन किया जा सके। विभाग की मंशा निकट भविष्य में इन चेकपोस्ट पर सीसी कैमरे लगाना और इन्हें ऑनलाइन करना भी है।
चेकपोस्ट को हाईटेक करने की योजना शुरू हुए एक वर्ष से अधिक का समय हो चुका है मगर स्थिति यह है कि अभी तक केवल एक ही चेकपोस्ट पर काम शुरू हो पाया है। अब परिवहन मुख्यालय ने इस संबंध में संबंधित संभागीय कार्यालयों का पत्र लिखकर चेकपोस्ट के उच्चीकरण के संबंध में जानकारी मांगी है।
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