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Hartalika Teej 2022 : व्रत आज, इन शुभ मुहूर्त में होगी भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा

Hartalika Teej 2022 वैवाहिक जीवन में सुख शांति व पति की दीर्घायु के लिए महिलाएं रखेंगी निर्जला व्रत। आचार्य बिजेंद्र प्रसाद ममगाईं के अनुसार पति की दीर्घायु के लिए महिलाएं और अच्छा वर पाने के लिए कन्याएं व्रत रखती हैं।

By Sumit kumarEdited By: Published: Mon, 29 Aug 2022 07:32 PM (IST)Updated: Tue, 30 Aug 2022 07:10 AM (IST)
Hartalika Teej 2022 : शुभ मुहूर्त में होगी भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा। जागरण

जागरण संवादाता, देहरादून : Hartalika Teej 2022 : वैवाहिक जीवन में सुख शांति, पति की दीर्घायु, जन्म-जन्मांतर प्रेम की प्राप्ति की कामना के लिए आज हरितालिका तीज का व्रत रखा जाएगा। महिलाएं निर्जला व्रत रख कर भगवान शिव-पार्वती की पूजा करेंगी।

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तृतीया को हरितालिका तीज का व्रत

भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरितालिका तीज का व्रत रखा जाता है। उत्तराखंड विद्वत सभा के प्रवक्ता आचार्य बिजेंद्र प्रसाद ममगाईं के अनुसार, पति की दीर्घायु के लिए महिलाएं और अच्छा वर पाने के लिए कन्याएं व्रत रखती हैं।

तृतीया तिथि मंगलवार दोपहर 3:33 बजे तक रहेगी। वहीं सुबह की पूजा का समय छह बजे से 8:38 और शाम 6:33 से रात 8:51 बजे तक रहेगा। पौराणिक मान्यता के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव के वरण की कामना के लिए अन्न, जल त्यागकर हरितालिका तीज का व्रत रखा था।

मां पार्वती की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर भोलेनाथ ने दर्शन दिए और अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। इस तरह करें पूजा सुबह निर्जला व्रत रखकर शिव, पार्वती का ध्यान करें। हरितालिका व्रत की पूजा प्रदोषकाल में जरूर करें। सूर्यास्त के बाद प्रदोषकाल में भगवान शिव और पार्वती की प्रतिमा को स्थापित करें।

पूजा के दौरान सुहाग की सभी सामग्री पार्वती को अर्पित करें, व्रत कथा सुनाकर आरती करें। गोरखा समाज का हरितालिका तीज पर्व शुरू गोरखा समाज का तीन दिवसीय हरितालिका तीज पर्व दरखाने के साथ सोमवार से शुरू हो गया।

36 घंटे का कठोर निर्जला हरितालिका तीज व्रत

गोर्खाली महिला हरितालिका तीज उत्सव समिति की मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने बताया कि पहले दिन को दरखाने कहते हैं। विवाहित महिलाओं को पारंपरिक भोजन के लिए मायके में आमंत्रित किया गया। इस मौके पर महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में लोकगीत की ताल पर नृत्य किए। मध्य रात्रि के बाद 36 घंटे का कठोर निर्जला हरितालिका तीज व्रत शुरू हो गया। तीसरे और अंतिम दिन यानी चतुर्थी पर भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा कर व्रत खोला जाएगा।

गीत नृत्य ने किया मंत्रमुग्ध

पशुपतिनाथ मंदिर समिति, नेहरूग्राम की ओर से हरितालिका तीज उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान गोरखा समाज की महिलाओं ने गीत और नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। सोमवार को मंदिर परिसर में गोर्खाली सुधार सभा के नेहरूग्राम शाखा अध्यक्ष संजय थापा, पंडित टोप लाल उपाध्याय ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर समिति की अध्यक्ष मंजू थापा ,सचिव ममता थापा, उपाध्यक्ष सरिता थापा, शाशा थापा, रश्मि क्षेत्री आदि मौजूद रहे।


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