प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था में कई दिक्कतें : हरीश रावत
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रवासियों के मामले में सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अभी कई राज्यों से प्रवासियों की वापसी का काम शुरू नहीं हुआ है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने प्रवासियों के मामले में सरकार पर निशाना साधा। विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उठे विषयों पर निष्कर्ष के रूप में उन्होंने कहा कि अभी कई राज्यों से प्रवासियों की वापसी का काम शुरू नहीं हुआ है। सरकार को समयबद्ध ढंग से इनकी वापसी सुनिश्चित करने के साथ ही तब तक संबंधित राज्यों में प्रवासियों के रहने-खाने की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गांव लौट रहे प्रवासियों को क्वारंटाइन में रखने की व्यवस्था में दिक्कतें हैं, जिन्हें दूर करने की आवश्यकता है।
कांग्रेस नेता जोत सिंह बिष्ट के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने करीब एक घंटे तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न वर्गों के लोगों से मौजूदा परिस्थितियों में उत्पन्न आर्थिक संकट, पर्यटन समेत अन्य मसलों पर चर्चा की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को राहत देने के लिए उनका बैंक कर्ज का ब्याज माफ किया जाना चाहिए। युवाओं को स्थानीय संसाधनों पर आधारित रोजगार को प्रेरित करना होगा। कृषि, पर्यटन जैसे क्षेत्रों में भी रोजगार की संभावना हैं, जिन पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
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भारी पड़ सकती है सरकार की बेपरवाही: प्रीतम
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रवासी गांव लौट रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से उनके स्वास्थ्य परीक्षण और क्वारंटाइन की व्यवस्था ठीक प्रकार से न करना चर्चा और चिंता का विषय बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की यह बेपरवाही भारी पड़ सकती है। जिस तरह की तस्वीर है, उसे देखते हुए अगले माह तक राज्य में कोरोना पॉजिटिव की संख्या सैकड़ों में जा सकती है।