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Haridwar Kumbh 2021: सीएम रावत बोले, ऐसा कोई जोखिम नहीं होना चाहिए कि हरिद्वार वुहान बनें

Haridwar Kumbh 2021 मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश की पहली लड़ाई कोरोना से है। सरकार नहीं चाहती कि भारत ने कोरोना को लेकर जो काम किया है विश्व में जो कीर्तिमान स्थापित किया है उस पर कोई आंच आए। ऐसा कोई जोखिम नहीं लेना चाहते कि हरिद्वार वुहान बने।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 02:01 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2021 02:01 PM (IST)
Haridwar Kumbh 2021: सीएम रावत बोले, ऐसा कोई जोखिम नहीं होना चाहिए कि हरिद्वार वुहान बनें
सीएम रावत बोले, पहली लड़ाई कोविड-19 को लेकर।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। Haridwar Kumbh 2021 मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि प्रदेश की पहली लड़ाई कोरोना से है। सरकार नहीं चाहती कि भारत ने कोरोना को लेकर जो काम किया है, विश्व में जो कीर्तिमान स्थापित किया है उस पर कोई आंच आए। ऐसा कोई जोखिम नहीं लेना चाहते कि हरिद्वार वुहान बने। कुंभ संक्रमण का कारण न बने, इसीलिए केंद्र सरकार ने कुंभ को लेकर सख्त गाइडलाइन जारी की हैं।

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बुधवार को अल्मोड़ा दौरे पर रवाना होने से पहले हेलीपैड में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि एक बार पहले ऐसा हो चुका है कि कुंभ के दौरान महामारी हुई है जिसमें हजारों लोग मारे गए थे। इसलिए इस बार कोई जोखिम नहीं लिया जा रहा है।

वहीं, प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर घटने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्त्ताओं ने बहुत अच्छा काम किया है। यही कारण रहा कि कोरोना में अच्छा काम करने वालों की सूची में उत्तराखंड शुरुआती छह राज्यों में शामिल रहा। अब शीर्ष पांच में भी आ सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग अनुशासित हैं। यहां संक्रमण आपसी सामंजस्य और समन्वय के कारण नियंत्रित हुआ है।

कुंभ में किए जा रहे निर्माण कार्यों पर विपक्ष द्वारा सवाल उठाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष का काम दोष निकालना है। आरोप लगाने से पहले उन्हें धरातल पर जाकर देखना चाहिए थे। कुंभ में सरकार ने स्थायी प्रवृत्ति के कार्यों को अधिक तवज्जो दी है। घाट, आस्थापथ और सड़कों के चौड़ीकरण आदि का काम किया गया है। बिजली की तारों को अंडरग्राउंड किया गया है। हरिद्वार में कलर कल्चर देने का प्रयास किया गया है। इससे शहर का आवरण आध्यात्मिक बनाने का प्रयास किया गया है। मकसद यह कि बाहर से आने वालों को यहां आध्यात्म की अनुभूति हो।

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