उत्तराखंड चुनाव 2022: कांग्रेस की दो सूची से हरक सिंह रावत गायब, तीसरी सूची का इंतजार
उत्तराखंड चुनाव 2022 कांग्रेस में पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत वापसी कर चुके हैं। कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी सूची भी घोषित कर चुकी है उसमें अनुकृति को तो लैंसडौन से टिकट दिया गया लेकिन हरक सिंह पर पार्टी चुप्पी साधे रही है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। कांग्रेस ने पहले 53 प्रत्याशियों और उसके दो दिन बाद 11 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी, लेकिन इन दोनों में ही पूर्व मंत्री हरक सिंह से दूरी बनाए रखी गई है। कांग्रेस के इस रवैये से हरक समर्थकों में बेचैनी दिखाई दे रही है। अंतिम समझी जा रही तीसरी सूची में हरक को टिकट दिए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। हालांकि, पार्टी का कोई भी जिम्मेदार पदाधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। कांग्रेस में वापसी का पूर्व मंत्री का दांव एक टिकट तक ही सिमटकर रह जाएगा या पार्टी उनके राजनीतिक कद का ज्यादा उपयोग करेगी, प्रत्याशियों की तीसरी सूची ही इस राज से पर्दा हटा सकती है।
पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत कांग्रेस में दोबारा शामिल तो हो गए, लेकिन इसके लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की नाराजगी दूर करने के लिए वह मौखिक और लिखित, दोनों ही तरह से माफी मांग चुके हैं। हरक सिंह को अपने लंबे राजनीतिक जीवन में संभावत: पहली बार ऐसी परिस्थितियों से दो-चार होना पड़ा है, जब विधानसभा चुनाव के मौके पर उनके स्वयं के टिकट को लेकर गुत्थी इतनी उलझी रही हो। वह अपनी पुत्रवधू अनुकृति को लैंसडौन से टिकट दिलाने में कामयाब रहे हैं। पार्टी उन्हें टिकट देगी या नहीं, इसे लेकर अभी तक तस्वीर स्पष्ट नहीं हो पाई है।
कांग्रेस के तेवरों से पूर्व मंत्री बेचैन
दूसरी सूची में भी कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार कई पूर्व मंत्रियों की इच्छा पर पानी फेर चुकी है। ऋषिकेश से टिकट चाह रहे पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण की दावेदारी पर विचार नहीं किया गया तो लालकुआं से पूर्व मंत्री हरीशचंद्र सिंह दुर्गापाल की पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ने की तमन्ना अधूरी रह गई। पार्टी के इन तेवरों के राजनीतिक निहितार्थ शेष बची छह सीटों पर पूर्व विधायकों व पूर्व मंत्रियों की चिंता बढ़ा रहे हैं। शेष बची छह सीटों को कांग्रेस भी रणनीति के लिहाज से महत्वपूर्ण मान रही है।
हरक के टिकट पर बड़े नेता चुप
पौड़ी जिले की चौबट्टाखाल सीट पर अभी टिकट तय नहीं किया गया है। चर्चा है कि इस सीट पर हरक को पार्टी टिकट थमा सकती है। हालांकि, यह अभी चर्चा तक ही सीमित है। कांग्रेस का कोई भी जिम्मेदार पदाधिकारी और केंद्रीय चुनाव समिति में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता भी इस मामले में कुछ भी साफ कहने से बच ही रहे हैं। अपने टिकट के मामले में हरक सिंह कांग्रेस से कुछ हासिल कर पाएंगे, राजनीतिक हलकों में इसे लेकर काफी उत्सुकता बनी हुई है।