किसी भी अस्पताल में हेपेटाइटिस-सी की सुविधा नहीं
सरकार ने स्वीकारा है कि प्रदेश के किसी भी राजकीय चिकित्सालय में हेपेटाइटिस-सी के उपचार की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इससे मरीजों को निजी अस्पतालों में महंगा इलाज कराना पड़ रहा है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: सरकार ने स्वीकारा है कि प्रदेश के किसी भी राजकीय चिकित्सालय में हेपेटाइटिस-सी के उपचार की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इससे मरीजों को निजी अस्पतालों में महंगा इलाज कराना पड़ रहा है। सरकार का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना के 1350 पैकेजों में एक्यूट हेपेटाइटिस को भी शामिल किया गया है। इससे निकट भविष्य में इस बीमारी से ग्रस्त मरीजों को उचित इलाज मिल सकेगा। वहीं, इस बीमारी से किसी कि मौत की जानकारी न होने के संबंध में सरकार की ओर से दिए गए जवाब को भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने गलत बताया। उन्होंने अपने क्षेत्र के तीन लोगों का नाम लेते हुए कहा कि इनकी मृत्यु हेपेटाइटिस-सी से हुई है। उन्होंने मांग की कि जिसने भी यह गलत सूचना दी है, सरकार को उस पर कार्रवाई करनी चाहिए।
मंगलवार को सदन में विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन और ममता राकेश ने इस मसले को उठाया। सरकार की ओर से जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि हरिद्वार में थेलेसीमिया के एक मरीज को हेपेटाइटिस-सी होने की सूचना प्राप्त हुई है। संभवतया खून चढ़ाते हुए ऐसा हुआ होगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में परीक्षण के दौरान 65 लोगों को हेपेटाइटिस-सी होने की पुष्टि हुई है।
खानपुर में हेपेटाइटिस-सी से किसी की मृत्यु की जानकारी होने से सरकार के इन्कार पर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने इसे गलत बताया। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में तीन लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार आयुष्मान भारत योजना में इसका मुफ्त इलाज करने की बात कह रही है, जबकि मरीजों को इलाज की जरूरत अभी है। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि जिन सरकारी अस्पतालों में रक्तकोष स्थापित हैं वहां रक्तदान से पूर्व मरीजों की हेपेटाइटिस-सी, हेपेटाइटिस-बी,एचआइवी, सिफलिस व मलेरिया की जांच आवश्यक रूप से की जाती है। चैंपियन ने कसा सरकार पर तंज
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार ने कहा कि यह लोक कल्याणकारी सरकार है। यदि ऐसा है तो उनके द्वारा दो माह पूर्व क्षेत्र में हेपेटाइटिस-सी के होने की जानकारी दी गई थी। अभी तक वहां कोई टीम जांच के लिए नहीं पहुंची है। पिछली सरकार में भी उनके क्षेत्र में ऐसा हुआ था, तब वहां टीम भी आई थी और रोगियों का परीक्षण भी किया गया था। उन्होंने सरकारी अस्पतालों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसका इलाज की गलत किया जा रहा है। उन्होंने मामले में पूरा जवाब न आने की बात कहते हुए आपत्ति भी जताई। इन्हें ही बना दो स्वास्थ्य मंत्री
जब विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपनी ही सरकार को निशाने पर ले रहे थे, उस दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में दो पद खाली चल रहे हैं। इन्हें ही स्वास्थ्य मंत्री बना दिया जाए तो कुछ गलत नहीं होगा।