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मृतक कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार मसले का हो समाधान

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने करोना संक्रमितों की मृत्यु होने पर उनके अंतिम संस्कार में कतिपय स्थानों पर होने वाले विरोध पर चिंता प्रकट की है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 11 Jun 2020 08:31 PM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2020 09:24 PM (IST)
मृतक कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार मसले का हो समाधान

देहरादून, राज्य ब्यूरो। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कोरोना  संक्रमितों की मृत्यु होने पर उनके अंतिम संस्कार में कई स्थानों पर होने वाले विरोध पर चिंता प्रकट की है। उन्होंने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इस समस्या का समाधान निकालने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मृतक कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के संबंध में भय और अफवाहों को दूर करने के लिए जनता को जागरूक किया जाए। 

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राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने इस संबंध में मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लिया है। गुरुवार को इस सम्बंध में मुख्य सचिव को पत्र लिख कर राज्यपाल ने कहा कि मानवीय दृष्टिकोण से इस समस्या का समाधान निकलना चाहिए। स्थानीय प्रशासन को  लोगों को मृतक कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के संबंध में व्याप्त भय और अफ़वाहों के प्रति जागरूक भी करना चाहिए। 

राज्यपाल ने सुझाव दिया कि कोरोना  संक्रमितों की मृत्यु होने की स्थिति में उनके अंतिम दर्शन को निकटतम परिजनों को सभी मानक गाइडलाइन और सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए अनुमति देने की एक सुस्पष्ट व्यवस्था होनी चाहिए। मीडिया रिपोट्र्स से संज्ञान में आया है कि इन स्थितियों में प्रशासन कई बार असमंजस की स्थिति में रहता है। राज्यपाल ने मुख्य सचिव से कहा है कि दोनों ही स्थितियां मानवीय दृष्टिकोण से संवेदनशील हैं और इन पर विचार किया जाना उचित होगा।

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दून से हरिद्वार तक श्मशान घाटों पर कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार का विरोध

कोरोना काल में लोगों की मृत व्यक्ति के प्रति संवेदना भी खत्म हो गई है। यहां तक कि कोरोना संक्रमित की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार में भी अड़चनें पैदा की जा रही हैं। श्मशान घाटों पर इसके विरोध में हंगामा किया जा रहा है। इससे मृत देह की भी बेकदरी हो रही है। देहरादून से लेकर हरिद्वार तक ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। दून में ऐसे दो मामले सामने आए। एक मामले में जहां प्रशासन ने किसी तरह लोगों को समझाकर कोरोना संक्रमित बुजुर्ग के शव का अंतिम संस्कार करा दिया, वहीं दूसरे मामले में अंत्येष्टि न हो पाने के कारण एक महिला का शव अब भी मोर्चरी में रखा हुआ है।  इससे पूर्व रविवार को भी रायपुर स्थित नालापानी श्मशान घाट पर कोरोना संक्रमित आढ़ती के शव की अंत्येष्टि को लेकर स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया था। इसके चलते शव दो घंटे तक श्मशान घाट में ही रखा रहा। पुलिस के काफी समझाने पर लोग माने, तब जाकर उसका अंतिम संस्कार हो सका।

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