Move to Jagran APP

(सत्र)पीठ के निर्देश, सदन में गंभीरता से उत्तर दे सरकार

सदन में विधायकों के सवाल पर सरकार की ओर से सही जवाब न आने पर पीठ ने नाराजगी जताई। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सरकार द्वारा सदन में त्रुटिपूर्ण उत्तर प्रस्तुत करने से सरकार की उदासीनता नजर आती है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 08:30 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 08:30 PM (IST)
(सत्र)पीठ के निर्देश, सदन में गंभीरता से उत्तर दे सरकार
(सत्र)पीठ के निर्देश, सदन में गंभीरता से उत्तर दे सरकार

राज्य ब्यूरो, देहरादून: सदन में विधायकों के सवाल पर सरकार की ओर से सही जवाब न आने पर पीठ ने नाराजगी जताई। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सरकार द्वारा सदन में त्रुटिपूर्ण उत्तर प्रस्तुत करने से सरकार की उदासीनता नजर आती है। सदन में गंभीरता से उत्तर दिए जाने चाहिए। उन्होंने गलत उत्तर देने वाले अधिकारियों पर उचित कार्रवाई के भी निर्देश दिए।

loksabha election banner

बुधवार को विधानसभा सत्र के दौरान पीठ ने यह निर्देश भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना द्वारा पूछे गए सवाल पर आए सरकार के जवाब पर विधायक के आपत्ति जताने के बाद दिया। दरअसल, विधायक जीना ने सरकार से चीड़ के वृक्षों से निकलने वाले लीसा के संबंध में जानकारी मांगी थी। उन्होंने पूछा कि क्या सरकार को इस बात की जानकारी है कि प्रदेश के निरीक्षण भवनों में लीसा को खुले में रखा गया है। उन्होंने इससे निरीक्षण भवनों में रहने वाले अतिथियों, अधिकारियों व कर्मचारियों के जानमाल के नुकसान की आशंका जताई। इसके अलावा उन्होंने यह भी पूछा कि इन्हें कब तक सुरक्षित स्थानों पर रखा जाएगा। सरकार ने अपने जवाब में कहा कि कहीं भी निरीक्षण भवनों में लीसा खुले में नहीं रखा गया है। इस पर विधायक जीना ने जवाब को गलत बताते हुए कहा कि अधिकारी सरकार को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में सल्ट विधानसभा के मानिला स्थित निरीक्षण भवन की तस्वीर सदन में प्रस्तुत की, जिसमें खुले में लीसा रखा हुआ नजर आ रहा था। हालांकि, बाद में वन मंत्री ने इस मामले में गलती स्वीकारी लेकिन तब तक पीठ ने मामले को अपने हाथ मे ले लिया। पीठ ने मामले को गंभीर बताया और कहा कि इस मामले में संशोधित उत्तर दिया जाए। उन्होंने कहा कि सदन में उत्तर गंभीरता से दिए जाने चाहिए।

सदन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि उन्हें सदन के भीतर वही उत्तर दिया जो उन्हें अधिकारियों ने उपलब्ध कराया था। मामले का परीक्षण किया जा रहा है। मामला सही पाए जाने पर संबंधित डीएफओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.