छात्रसंघ चुनाव का महासंग्राम: तो आमसभा नहीं शक्ति प्रदर्शन ही जीत का 'मूल मंत्र'
सबसे बड़े डीएवी पीजी कॉलेज में छात्र राजनीति का आलम यह है कि छात्रसंघ के प्रत्याशी कॉलेज हित की भावी योजनाएं तक नहीं बना पाते।
देहरादून, जेएनएन। डीएवी पीजी कॉलेज में छात्र राजनीति का आलम यह है कि छात्रसंघ के प्रत्याशी कॉलेज हित की भावी योजनाएं तक नहीं बना पाते। यह हम नहीं कह रहे बल्कि, डीएवी में शनिवार को आयोजित आमसभा यह तस्वीर बयां कर रही है। ऐसी आम सभा जहां एक भी प्रत्याशी अपनी बात रखने नहीं पहुंचा। जाहिर है कि छात्रसंघ प्रत्याशी आम सभा को तवज्जो न देते हुए शक्ति प्रदर्शन को ही जीत का 'मूल मंत्र' मानते हैं।
छात्र हितों के लिए संघर्ष करने का दावा करने वाले छात्र नेता आमसभा में अपनी भावी योजना तक रखने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। शनिवार को डीएवी पीजी कॉलेज में आमसभा में एक भी प्रत्याशी नहीं पहुंचा। कॉलेज प्रशासन पूरी व्यवस्था कर प्रत्याशियों का इंतजार करता रहा और प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ परिसर में नारेबाजी और हो-हल्ला कर वोट मांगते रहे। मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. गोपाल क्षेत्री ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि कॉलेज में आमसभा को लेकर प्रत्याशियों व छात्रों में रुचि नहीं है, जो छात्र राजनीति के लिए ठीक नहीं। छात्र नेताओं में बेबाकी से विभिन्न मुद्दों पर बहस करने का माद्दा होना चाहिए।
उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी सागर तोमर ने सिर पर पट्टी बांधकर समर्थकों के साथ रैली में प्रतिभाग किया। जबकि अभाविप के बागी गुट और निर्दलीय अध्यक्ष पद के प्रत्याशी निखिल शर्मा ने भी सिर पर पट्टी बांधी हुई थी और समर्थकों के साथ रैली निकाल छात्रों से वोट की अपील कर रहे थे। एनएसयूआइ से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी हिमांशु रावत और विवि प्रतिनिधि राजेश भट्ट ने भी अपने समर्थकों के साथ कॉलेज परिसर में रैली निकाली और छात्र-छात्राओं से समर्थन मांगा। सत्यम-शिवम छात्र संगठन से सचिव पद के प्रत्याशी नीरज चौहान और आर्यन से सचिव पद के प्रत्याशी संदीप कुकरेती ने भी वोट मांगे।
एबीवीपी-बागी गुट फिर हुआ आमने-सामने
बीते शुक्रवार को अभाविप और बागी गुट के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद शनिवार को डीएवी में माहौल तनावपूर्ण रहा। दोनों गुटों के समर्थक कॉलेज गेट के सामने एक-दूसरे के विरुद्ध नारेबाजी करते रहे। हालांकि पहले से मुस्तैद पुलिस ने दोनों पक्षों को बैरिकेडिंग से अलग-अलग कर दिया। सीओ डालनवाला जया बलूनी ने दोनों छात्र संगठनों को हिदायत दी कि वह शांति बनाए रखने में सहयोग करें। बागी गुट का नेतृत्व छात्र नेता आशीष रावत और वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिष्ट ने की, जबकि अभाविप की ओर से सागर तोमर के अलावा दयाल बिष्ट आदि मौजूद रहे।
आम छात्रों की संख्या बेहद कम रही
डीएवी में छात्रसंघ चुनाव से पहले मारपीट और हुड़दंग के चलते शनिवार को आम छात्रों की संख्या बेहद कम दिखी। परिसर में केवल विभिन्न छात्र संगठनों के पदाधिकारी, उनके समर्थक और कुछ बाहरी छात्र की मौजूदगी देखी गई।
एनएससूआइ को सपा का समर्थन
एनएसयूआइ के प्रदेश प्रभारी अनुशेष शर्मा ने बताया कि डीएवी कालेज छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआइ को समाजवादी पार्टी की छात्रसभा ने समर्थन देने का फैसला किया है। इस संबंध में सपा छात्र सभा के प्रदेश प्रभारी आजाद चौधरी ने अपने संगठन की ओर से पत्र एनएसयूआइ प्रभारी को सौंपा। आजाद चौधरी ने कहा कि उनका संगठन अभाविप व भाजपा की विचारधारा व तानाशाही के खिलाफ एनएससयूआइ के साथ मिलकर डीएवी में चुनाव लड़ेगा। इस मौके पर एनएसयूआइ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्याम सिंह चौहान, जिला अध्यक्ष सौरभ ममगाईं, अंकित बिष्ट, उदित थपलियाल आदि मौजूद रहे।
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एसजीआरआर में छात्रों ने रखा एजेंडा
श्री गुरुराम राय पीजी कॉलेज में शनिवार को आमसभा में सभी प्रत्याशियों ने निर्धारित पांच-पांच मिनट के समय में अपना भावी एजेंडा छात्रों के बीच रखा। सक्षम से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी शुभम बंसल व सचिव प्रत्याशी विश्वनाथ ने कहा कि यदि वह चुनाव जीतने में कामयाब हुए तो छात्रों की विभिन्न समस्याओं को उठाया जाएगा। जिसमें पुस्तकालय, खेल सामग्री, पेयजल व्यवस्था को अपग्रेड किया जाएगा। उधर, अभाविप से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी ऋषभ रावत और आर्यन से महासचिव प्रत्याशी सौरभ कुमार ने भी अपना एजेंडा छात्रों के समक्ष रखा। इस मौके पर कॉलेज के मुख्य चुनाव अधिकारी मेजर प्रदीप सिंह आदि मौजूद रहे।
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