बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स पर गंभीर नहीं सरकार
जागरण संवाददाता, देहरादून : एजुकेशन सिस्टम में शिक्षकों के स्तर को सुधारने के लिए बैचलर अ
जागरण संवाददाता, देहरादून : एजुकेशन सिस्टम में शिक्षकों के स्तर को सुधारने के लिए बैचलर ऑफ एजुकेशन यानी बीएड कोर्स में एक बार फिर से बदलाव करने की तैयारी है। जिसमें दो वर्ष का बीएड कोर्स खत्म कर चार वर्ष का इंटीग्रेटेड बीएड शुरू कराया जा रहा है, लेकिन उत्तराखंड में इस बदलाव के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा। जबकि कई राज्यों में वर्ष 2014 से यह कोर्स शुरू हो चुका है।
चूंकि चार वर्ष का इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स को लेकर सरकार की ओर से कोई रुचि दिखाई नहीं दे रही है। ऊपर से राज्य में कई बीएड कॉलेज राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के मानकों को पूरा नहीं करते हैं। विदित रहे कि उत्तराखंड में सरकारी, सहायता प्राप्त एवं निजी क्षेत्र के करीब 121 बीएड कॉलेज हैं। जिनमें दो वर्ष का कोर्स चल रहा है। जिनके लिए न्यूनतम स्नातक पात्रता निर्धारित है। 12वीं के बाद मिलेगा छात्रों को लाभ
इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स शुरू होने के बाद 12वीं पास छात्रों को फायदा मिलेगा। 12वीं पास छात्र बीएड की पढ़ाई कर सकेंगे। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (बीएड) की ओर से एमएचआरडी को बीएड कोर्स में बदलाव को लेकर प्रस्ताव भेजा गया है। वहीं अगर इस प्रस्ताव को मंजूर किया जाता है तो इस वर्ष(2018) राज्य के कॉलेजों में दो वर्ष का यह आखिरी बीएड सत्र होगा। बीएड इंटीग्रेटेड कोर्सेज का मकसद यह भी है कि वही लोग टीचिंग प्रोफेशन में आएं जो इसे लेकर गंभीर हैं। कई राज्यों में चार वर्ष का इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स पिछले तीन वर्षो से संचालित हो रहे हैं। राज्य सरकार को चाहिए कि वे नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन के नियमों के अनुरूप प्रदेश में चार वर्षीय बीएड कोर्स शुरू करने की प्रक्रिया आरंभ करें।
- सुनील अग्रवाल, अध्यक्ष सेल्फ फाइसेंस कॉलेज मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से इस प्रकार कोई अधिसूचना नहीं मिली है। यदि भविष्य में एमएचआरडी के निर्देश पर राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) कोई गाइड लाइन देते हैं तो उसका अध्ययन किया जाएगा और फिर लागू करने के लिए निर्देशित किया जाएगा
-डॉ. सविता मोहन, निदेशक, उच्च शिक्षा श्रीदेव सुमन में बीएड को आवेदन करें
देहरादून : श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय बादशाही थौल की बीएड द्विवार्षिक सत्र 2018-20 की प्रवेश परीक्षा 10 जून को होगी। विवि के सहायक परीक्षा परीक्षा नियंत्रक हेमंत बिष्ट ने बताया कि आवेदन 25 अप्रैल से शुरू होंगे। 23 मई तक आवेदन की अंतिम तिथि है। 25 मई तक शुल्क जमा कर सकते हैं। इच्छुक अभ्यर्थी विवि की वेबसाइट www.ह्यस्त्रह्यह्व1.ड्डष्.द्बठ्ठ पर आवेदन कर सकते हैं। विवि के कुलपति डॉ.यूएस रावत ने बताया कि विवि के तहत 26 बीएड कॉलेजों में 2600 सीटें निर्धारित हैं। सरकारी एवं प्रबंधकीय कोटे की सीटें के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा होगी। पांच जून से प्रवेश पत्र वेबसाइट पर ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएंगे।