पुलिस की बड़ी कार्रवाई, दो बाघ की खाल के साथ चार तस्कर गिरफ्तार; इनामी तोताराम बावरिया का बेटा भी है शामिल
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि वन्य तस्करों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की टीम काफी समय से उनका पीछा कर रही थी। सीओ एसटीएफ कुमाऊं डा. पूर्णिमा गर्ग को सूचना मिली कि तस्कर बाजपुर उधमसिंहनगर से मोटरसाइकिल पर सवार होकर मूवमेंट कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: संरक्षित प्रजाति का जानवर बाघ की खाल के साथ उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने चार वन्य तस्करों को गिरफ्तार किया है। तस्करों से बाघ की दो खालें बरामद की गई हैं। गिरोह में मशहूर वन्य तस्कर नवांशहर पंजाब निवासी तोताराम बावरिया का बेटा भी शामिल है। पुलिस तस्करों से पूछताछ कर रही है कि वह बाघ की खाल की तस्करी कहां-कहां करते थे।
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि वन्य तस्करों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की टीम काफी समय से उनका पीछा कर रही थी। सीओ एसटीएफ कुमाऊं डा. पूर्णिमा गर्ग को सूचना मिली कि तस्कर बाजपुर उधमसिंहनगर से मोटरसाइकिल पर सवार होकर मूवमेंट कर रहे हैं। एसटीएफ की टीम ने तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर टीम के साथ मिलकर उनका पीछा करना शुरू कर दिया। टीम ने चार तस्करों को हरिद्वार लक्सर वन क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपितों की पहचान घोसीपुरा हरिद्वार निवासी बंटी नाथ, लिसाडा जिला जालंधर पंजाब निवासी रामधारी, बांगी चै सुखियाबाद होशियारपुर पंजाब निवासी श्याम लाल उर्फ काला और बल्लाचोर जिला नवाशहर पंजाब निवासी हरिद्वारी के रूप में हुई है। वह पहले भी कई बार अवैध वन्य जीव अंगों की तस्करी पहाड़ों से उत्तर प्रदेश व दिल्ली आदि राज्यों में कर चुके हैं।
एसएसपी ने बताया कि गिरोह में शामिल हरिद्वारी मशहूर वन्य तस्कर बीरबल उर्फ तोताराम बावरिया का बेटा है। तोताराम के खिलाफ वन्य जीव तस्करी के कई मुकदमे दर्ज हैं। इनामी अपराधी तोताराम को एक साल पहले एसटीएफ ने हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए आरोपितों से दो बाघ की खाली व दो मोटरसाइकिल बरामद की गई हैं। पूछताछ में उनसे महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई हैं, जिन पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
वर्ष 2022 में एसटीएफ की छठी कार्रवाई
वन्य तस्करों पर यह एसटीएफ की वर्ष 2022 में छठी कार्रवाई है। इससे पूर्व पांच मामलों में छह वन तस्करों को गिरफ्तार कर एक लेपर्ड की खाल, एक पैंगोलिन की खाल, भालू का पिथ बरामद किया जा चुका है। इससे पहले वर्ष 2021 में पंजाब मामलों में 12 जीव जंतु तस्करों को गिरफ्तार कर आठ लेपर्ड की खाली तथा दो हाथी के दांत बारमद किए जा चुके हैं।
पूछताछ में मिल सकती है अहम जानकारी
एसटीएफ के हत्थे चढ़े तस्करों से काफी अहम जानकारी मिल सकती है। तस्करों ने बाघ का शिकार कहां किया और वह बाघ की खाल की तस्करी कहां करने जा रहे थे, इस बात की जानकारी एसटीएफ जुटा रही है। बाघ की खाल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये है।
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