Move to Jagran APP

हवा पर होकर सवार देहरादून से मसूरी पहुंचेंगे यात्री

देहरादून-मसूरी रोपवे पर चार सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके लिए डीपीआर भी तैयार कर ली गर्इ है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 25 Apr 2018 05:40 PM (IST)Updated: Sat, 28 Apr 2018 05:01 PM (IST)
हवा पर होकर सवार देहरादून से मसूरी पहुंचेंगे यात्री

देहरादून, [संतोष भट्ट]: सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो दो साल बाद दून से मसूरी रोपवे से भी आवाजाही हो सकेगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने चार सौ करोड़ की डीपीआर (डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर ली है। साढ़े पांच किमी लंबी रोप-वे योजना से मसूरी जाने में सिर्फ 20 मिनट का समय लगेगा। योजना के लिए इन दिनों जमीन चिह्नीकरण का काम किया जा रहा है। 

loksabha election banner

दून से मसूरी की 35 किमी की दूरी तय करने में पर्यटकों को अक्सर जाम से जूझना पड़ता है। इतना ही नहीं, सीजन और बर्फबारी के समय तो जाम के कारण कई पर्यटक आधे रास्ते से ही लौट जाते हैं। मसूरी में पार्किंग व्यवस्था न होने से भी पर्यटकों को परेशानी उठानी पड़ती है। इन सब समस्याओं को देखते हुए पर्यटन विभाग ने रोप-वे योजना बनाई है। देहरादून के पुरकुल गांव से मसूरी लाइब्रेरी चौक तक साढ़े पांच किमी रोपवे में प्रति चक्कर 10 लोग एक तरफ से एक बार में जा सकेंगे।

विदेशी तकनीकी की मोनेें तो केबिल डेटेचिबल गंडोला से पर्यटक सिर्फ 18 से 20 मिनट में दून से मसूरी पहुंच सकेंगे। इस रोपवे प्रोजेक्ट पर पर्यटन विभाग ने केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की मदद से वैबिलिटी गैप फंडिंग(वीजीएफ) स्कीम के तहत ग्रांट की मांग की है। 400 करोड़ की रोपवे प्रोजेक्ट डीपीआर को वित्त की सहमति मिलने के बाद पर्यटन विभाग निविदाएं आमंत्रित करेगा।

मई में निविदा प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद रोपवे के टावर, पार्किंग, फूड कोट या आने-जाने वाले वाले पर्यटकों के लिए सुविधा केंद्र बनाए जाएंगे। 

दो टावर पर बनेगी पार्किंग 

पुरकुल गांव और मसूरी में टावर के पास मल्टी लेवल पार्किंग बनेगी। पुरकुल गांव में करीब 15 सौ क्षमता की कार पार्किंग की योजना है। यहां कार पार्क करने के बाद पर्यटक मसूरी जाएंगे। मसूरी में प्राइवेट कार से कैम्पटीफॉल, धनोल्टी, समेत आस-पास के पर्यटक स्थलों की सैर कर सकेंगे। इसके लिए दोनों टावरों के आस-पास पार्किंग के लिए जमीन चिह्नित की गई है। 

प्रोजेक्ट पर लागत 

- सर्वे और अध्ययन पर-05 करोड़ 

- रोपवे उपकरण और सिविल कार्य पर-200 करोड़ 

- मल्टी लेवल पार्किंग पुरकुल गांव पर -45 करोड़ 

- मल्टी लेवल पार्किंग मसूरी में -40 करोड़ 

- प्रीलिमिनेरी एंड प्री-ऑपरेटिव एक्सपेंसेस पर -60 करोड़ 

- निर्माण के दौरान अदा करने वाला ब्याज -50 करोड़ 

मसूरी में लगातार बढ़ रहे पर्यटक 

पर्यटन विभाग ने दस सालों तक मसूरी के ट्रैफिक का सर्वे किया। जिसमें मसूरी में हर साल एक से दो लाख पर्यटकों की वृद्धि हुई है। 2008 में 21 लाख पर्यटक यहां पहुंचे। यह आंकड़ा 2017 में 28 लाख के पार हो गया। 

विदेशी निवेशक आ रहे आगे 

पर्यटन विभाग की इस महत्वकांक्षी योजना को लेकर विदेशी निवेशक भी आगे आ रहे हैं। खासकर विदेशों में कारोबार कर रहे एनआरआइ इस योजना के संचालन को रुचि दिखा रहे हैं। इसके लिए कई निवेशक पुरकुल गांव से लेकर मसूरी तक साइड विजिट भी कर चुके हैं। जबकि कुछ निविदा के इंतजार में पर्यटन विभाग के संपर्क में हैं। 

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि रोपवे की डीपीआर तैयार हो गई है। जमीन का सीमांकन का काम चल रहा है। वित्तीय स्वीकृति मिलते ही निविदा आमंत्रित की जाएगी। जून से रोपवे योजना पर काम शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। 

यह भी पढ़ें: अब केदारपुरी में बनेगा अत्याधुनिक सुविधाओं वाला तीसरा हेलीपैड

यह भी पढ़ें: केदारनाथ जाने के लिए हवाई यात्रा से महंगा है पालकी का सफर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.