Move to Jagran APP

उत्तराखंड से जुड़ी हैं पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी की कई यादें, केदारनाथ के दर्शन के बाद विजिटर बुक में लिखी थी ये बातें

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उत्तराखंड से बेहद लगाव था। उन्होंने कई बार देवभूमि का भ्रमण किया और बदरी-विशाल का आशीर्वाद लिया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 09:10 PM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 10:59 PM (IST)
उत्तराखंड से जुड़ी हैं पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी की कई यादें, केदारनाथ के दर्शन के बाद विजिटर बुक में लिखी थी ये बातें
उत्तराखंड से जुड़ी हैं पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी की कई यादें, केदारनाथ के दर्शन के बाद विजिटर बुक में लिखी थी ये बातें

देहरादून, जेएनएन। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके निधन की खबर से पूरे देश में हर कोई स्तब्ध है। पर वो अपने व्यक्तित्व के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। प्रणब मुखर्जी की बहुत सी यादें उत्तराखंड से भी जुड़ी हैं। उन्हें उत्तराखंड से बेहद लगाव था। वे कई बार देवभूमि का भ्रमण करने के साथ ही बदरी-विशाल के दर्शनों को भी यहां पहुंचे। बतौर राष्ट्रपति वो साल 2016 में पहली बार बाबा केदार के दर्शनों को पहुंचे थे। 

loksabha election banner

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कई बार उत्तराखंड आए और हमेशा ही सभी को अपने व्यक्तित्व से प्रभावित किया। राष्ट्रपति बनने के बाद वे पहली बार 28 सिंतबर 2016 को बाबा केदारनाथ के दर्शनों को पहुंचे। उन्होंने गर्भगृह में विशेष पूजा अर्चना के बाद मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग के साथ मंदिर के पीछे पहुंचे और दिव्य शिला को देखा। पुजारी ने उन्हें बताया था कि साल 2013 में आए सैलाब के दौरान यह विशाल पत्थर यहां आ गया था, जिसके कारण मंदिर सुरक्षित रहा। केदारनाथ के आध्यात्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य से अभिभूत प्रणब मुखर्जी ने मंदिर समिति की विजिटर बुक में लिखा था 'दिव्य धाम है, अद्भुत है, मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैंने केदारनाथ के दर्शन किए।'

आपदा के बाद से थी आने की इच्छा

पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी आपदा के बाद से ही केदारनाथ आना चाहते थे, लेकिन मौसम ने साथ नहीं दिया। आपको बता दें कि अप्रैल 2015 में भारी बर्फबारी और जून 2016 में बारिश के कारण प्रणब केदारनाथ नहीं पहुंच पाए थे।

केदारनाथ आने वाले तीसरे राष्ट्रपति

प्रणब मुखर्जी केदारनाथ आने वाले तीसरे राष्ट्रपति बने। इससे पहले नीलम संजीव रेड्डी और आर. वेकटरमन बाबा केदार के दर्शनों को आए थे।

साल 2017 में बदरीनाथ धाम पहुंचे 

साल 2017 में बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के दौरान पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी बदरी विशाल का आशीर्वाद लिया। करीब आधा घंटा मंदिर में बिताने के बाद वह विश्राम के लिए राष्ट्रपति निवास लौटे थे। 

सीढ़ि‍यों पर बिगड़ा संतुलन

धाम में पूजा के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मंदिर से बाहर आए, तो सीढि़यों पर संतुलन बिगड़ गया। इस दौरान साथ चल रहे अधिकारी ने उन्हें सहारा दिया।

बदरीनाथ आने वाले चौथे राष्ट्रपति थे मुखर्जी 

प्रणब मुखर्जी बदरीनाथ आने वाले तीसरे राष्ट्रपति बने। इससे पहले वर्ष 1960 में डॉ. राजेंद्र प्रसाद, वर्ष 1981 में नीलम संजीव रेड्डी और वर्ष 2007 में प्रतिभा देवी सिंह पाटिल यहां आ चुके हैं।

साल 2017 में किया एनेक्सी का उद्घाटन  

दस जुलाई 2017 में प्रणब मुखर्जी देहरादून पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति आशियाना में एनेक्सी का उद्घाटन किया। उन्होंने करीब तीन घंटे आशियाना में बिताए थे। इस विशेष अवसर पर उनकी ओर से आमंत्रित दोपहर भोज में करीब 100 विशिष्ट व्यक्तियों ने हिस्सा लिया था। 

साल 2012 में मांगा था बदरी-केदार का आशीर्वाद  

साल 2012 में राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले विभिन्न राज्यों का दौरा कर यूपीए समेत उन्हें समर्थन दे रहे अन्य दलों के सांसदों और विधायकों से मुलाकात के क्रम में प्रणब मुखर्जी देहरादून भी पहुंचे थे। पूरे समय बंगाली लहजे की हिंदी में में उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में बदरी और केदार के विधायक भी यहां मौजूद हैं और वह इनके माध्यम से बदरी-केदार का आशीर्वाद चाहते हैं।

यह भी पढ़ें: पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी के निधन पर उत्तराखंड की राज्यपाल और सीएम ने दी श्रद्धांजलि, कहा- बहुआयामी व्यक्तित्व के थे धनी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.