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Dehradun News: पुरानी पेंशन की मांग को लेकर 21 मार्च को पैदल मार्च, राष्ट्रपति को भेजा जाएगा ज्ञापन

मोर्चे के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि उत्तराखंड में पुरानी पेंशन बहाली के लिए लगातार मोर्चा संघर्ष कर रहा है। नरमू के शाखा सचिव उग्रसेन सिंह ने कहा कि संगठन द्वारा लगातार व्यापक स्तर पर पुरानी पेंशन बहाली की आवाज उठाई जा रही है।

By Narender SanwariyaEdited By: Narender SanwariyaMon, 20 Mar 2023 05:44 AM (IST)
Dehradun News: पुरानी पेंशन की मांग को लेकर 21 मार्च को पैदल मार्च, राष्ट्रपति को भेजा जाएगा ज्ञापन
पुरानी पेंशन की मांग को लेकर 21 मार्च को पैदल मार्च

देहरादून, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तराखंड व नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में 21 मार्च को पुरानी पेंशन की बहाली की मांग को लेकर देहरादून रेलवे स्टेशन से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला जाएगा। रविवार को राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तराखंड व नार्दन रेलवे मेन्स यूनियन देहरादून के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित हुई।

मोर्चे के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि उत्तराखंड में पुरानी पेंशन बहाली के लिए लगातार मोर्चा संघर्ष कर रहा है। नरमू के शाखा सचिव उग्रसेन सिंह ने कहा कि संगठन द्वारा लगातार व्यापक स्तर पर पुरानी पेंशन बहाली की आवाज उठाई जा रही है। इसी क्रम में 21 मार्च को देहरादून रेलवे स्टेशन से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च किया जाएगा। जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा जाएगा।

बता दें कि गौरव सेनानी एसोसिएशन की ओर से रविवार को केंद्र सरकार की ओआरओपी, एमएसपी व पेंशन के संबंध में लिए गए निर्णय के विरोध में रैली निकाली गई। रैली में पांच सौ से अधिक सेनानियों ने हिस्सा लिया। रविवार को बालावाला स्थित नयू मिलन वेडिंग प्वाइंट में आयोजित एसोसिएशन की बैठक में रैली निकालने का निर्णय लिया गया। प्रवक्ता सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर खुसाल सिंह परिहार ने पूर्व सैनिकों के साथ हुए भेदभाव पर विस्तार से चर्चा की।

एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर सिंह राणा ने बताया अभी देश में पूर्व सैनिक जागरूक हो चुका है। देश के पूर्व सैनिक सरकार के खिलाफ नहीं है। लेकिन दुर्भाग्य है अभी तक केंद्र सरकार व राज्य सरकार ने पूर्व सैनिकों से एक बार भी बात नहीं की है। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले कुछ महीनों में पूर्व सैनिकों का आंदोलन बहुत बढ़ जायेगा। इस मौके पर उपाध्यक्ष मनवर सिंह रौथाण, कोषाध्यक्ष गिरीश जोशी , सचिव रणवीर सिंह, चौधरी विक्रम सिंह, विक्रम कंडारी, आनंद सिंह राणा आदि मौजूद रहे।