प्रीतम भरतवाण के गीत और जागरों पर झूमे श्रोता
देवभूमि गढ़ विरासत संरक्षण समिति की ओर से आयोजित लोक सांस्कृतिक महोत्सव में लोक गायक व जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधा। दर्शक दीर्घा में मौजूद लोग भरतवाण के गीतों पर जमकर थिरके।
संवाद सूत्र, रायवाला: देवभूमि गढ़ विरासत संरक्षण समिति की ओर से आयोजित लोक सांस्कृतिक महोत्सव में लोक गायक व जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधा। दर्शक दीर्घा में मौजूद लोग भरतवाण के गीतों पर जमकर थिरके।
साहब नगर के पंचायत भवन परिसर में हुए सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ शहरी विकास एवं वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और ब्लाक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान काबीना मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि लोक संस्कृति और रीति रिवाज ही देव भूमि की असल पहचान है, उनके संरक्षण और संवर्धन में ऐसे कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि कहीं भी रहें, अपने राज्य की एक वेशभूषा जरूर पहनें। उन्होंने जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण और गायिका सीमा पंगरियाल का शाल ओढ़ाकर अभिनंदन किया। वहीं सांस्कृतिक महोत्सव में प्रीतम भरतवाण ने नरसिंह, राजराजेश्वरी शिव कैलाश आदि जागर प्रस्तुत कर दर्शक दीर्घा का माहौल भक्तिमय बना दिया। जागर मिज्याजा मेरी., तिबारी मा बैठीं होली., हिट बसंती. नारैनी मरी माता भवनी., सरूली मेरु जिया लगीगे. बांद अमरावती.. आदि गीतों पर युवा जमकर थिरके। नानस्टाप गीत सुंदरा छोरी पर अरविद नेगी, अर्पित सेमवाल, करण सिंह, नील सिंह, रीता ध्यानी, प्राची ध्यानी, तनु पंवार, दीपिका पैन्यूली ने सामूहिक नृत्य पर खूब तालियां बटोरी। इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजक विक्की पंवार, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, कैलाश रतूड़ी, जिला पंचायत सदस्य रीना रांगड़, पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र सिंह नेगी, अनीता राणा, कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला, ग्राम प्रधान ध्यान सिंह असवाल, कमलदीप कौर, बलविदर सिंह लाला, सोबन सिंह कैंतुरा, भगवान सिंह महर, अमर खत्री, विक्रम क्षेत्री, लक्की पैन्यूली, रूपेश थलवाल, विक्रम रमोला आदि मौजूद थे।