कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर हुआ पांच किमी टनल का निर्माण
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर रेल विकास निगम अब तक पांच किलोमीटर टनल का निर्माण पूरा कर चुका है। जिसमें मुख्य टनल के अलावा एडिट टनल व एस्केप टनल भी शामिल हैं। परियोजना को निश्चित समय पर पूरा करने के लिए प्रतिदिन 100 मीटर टनल निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर रेल विकास निगम अब तक पांच किलोमीटर टनल का निर्माण पूरा कर चुका है। जिसमें मुख्य टनल के अलावा एडिट टनल व एस्केप टनल भी शामिल हैं। परियोजना को निश्चित समय पर पूरा करने के लिए प्रतिदिन 100 मीटर टनल निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।
कोरोना काल के चलते देशभर में लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम भी बाधित रहा। मगर लॉकडाउन समाप्त होने के बाद परियोजना का काम तेजी से आगे बढ़ा। रेल विकास निगम ने सभी नौ पैकेज के कार्य के लिए टेंडरिग के पश्चात वर्क आर्डर जारी कर दिए हैं। 16216 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रही 125 किलोमीटर लंबी इस रेल परियोजना में 105 किलोमीटर रेल लाइन 17 सुरंगों के भीतर से गुजरेगी। इस परियोजना के निर्माण के लिए रेल विकास निगम नौ पैकेज में काम को अंजाम दे रहा है। इन नौ पैकेज में 80 फेस में काम किया जा रहा है। इस परियोजना पर बनने वाली 17 सुरंगों में से कई सुरंगों का काम शुरू भी कर दिया गया है।
अच्छी बात यह है कि अब तक ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर पांच किलोमीटर सुरंग तैयार की जा चुकी है, जिनमें मुख्य टनल के अलावा एडिट टनल इ एस्कैप टनल भी शामिल हैं। परियोजना पर कई टनल 10 किलोमीटर से भी अधिक लंबाई की हैं। इस तरह की सुरंगों में प्रवेश के लिए छह एडिट टनल भी बनाई जा रही हैं। जिनमें तीन टनलों का काम पूरा हो चुका है।
रेल विकास निगम के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुडी ने बताया कि परियोजना का काम तय समय पर पूरा करने के लिए रेल विकास निगम प्रतिबद्ध है। इसके लिए प्रतिदिन 100 मीटर सुरंग तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि 31 मार्च तक सभी नौ पैकेज के 80 फेस में से 50 फेस में काम शुरू हो जाएगा।
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आपदा की दृष्टि से बरती जा रही पूरी सावधानी
रेल विकास निगम के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुड़ी ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में बनने वाली सभी टनलों में फ्लैश फ्लड, भूकंप तथा आग जैसी आपदाओं की दृष्टि से सुरक्षा के सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। सभी सुरंगों की साइट स्पेसिफिक स्पेक्ट्रम स्टडी आइआइटी द्वारा की गई है। जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों द्वारा प्रूफ चेक किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी पैकेज में पर्यावरण तथा सुरक्षा से संबंधित विशेषज्ञों की तैनाती संबंधित कार्यकारी संस्थाओं द्वारा की गई है।
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चंद्रभागा रेल ब्रिज का निर्माण पूरा
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर पहला रेल ब्रिज ऋषिकेश से ढालवाला के बीच चंद्रभागा नदी पर बनाया जा रहा है। इस रेल ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। रेल विकास निगम के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मालगुडी ने बताया कि चंद्रभागा रेल ब्रिज के अलावा लछमोली तथा श्रीनगर में बन रहे रेल ब्रिज का निर्माण कार्य अभी तेजी से चल रहा है। लछमोली रेल ब्रिज सितंबर 2021 तथा श्रीनगर रेलवे ब्रिज दिसंबर 2021 तक पूरा हो जाएगा। इसके अलावा चौरास, कालेश्वर तथा श्रीनगर में रोड ब्रिज का निर्माण भी जारी है।