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जौनसार के कई गांवों में पहुंची आग, फसल और बागीचे राख

चकराता/कालसी जौनसार के कई ग्रामीण इलाकों में वन के जंगल से भड़की आग बगीचे और कृषि फसलों को बर्बाद कर दी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Apr 2021 12:15 AM (IST)Updated: Mon, 05 Apr 2021 12:15 AM (IST)
जौनसार के कई गांवों में पहुंची आग, फसल और बागीचे राख
जौनसार के कई गांवों में पहुंची आग, फसल और बागीचे राख

संवाद सूत्र, चकराता/कालसी: जौनसार के कई ग्रामीण इलाकों में जंगल से भड़की आग बगीचे और खेतों तक पहुंच गई। आग की चपेट में आने से लखवाड़, धनपोऊ, बिसोई-लाच्छा व बुल्हाड़ में डेढ़ दर्जन से अधिक ग्रामीण बागवानों के करीब ढाई हजार फलदार पेड़ जल गए। इसके अलावा चार ग्रामीण परिवारों की छानियां, घराट और खेतों में उगी फसलें जलकर राख हो गई। प्रभावित ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से आग से हुए नुकसान के एवज में उचित मुआवजे की मांग की है।

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जौनसार-बावर के लखवाड़-धनपोऊ क्षेत्र में लगी आग की चपेट में आने स्थानीय बागवान भूपेंद्र सिंह चौहान, सुभाष चौहान, प्रेम सिंह चौहान, चंदर सिंह, सूरत सिंह, रमेश नेगी, दयाल सिंह, भूपाल सिंह, इंद्र सिंह समेत 14 बागवानों के बगीचे में लगे आम, नींबू, आंवला, अनार के फलदार पेड़ जल गए। वहीं धनपोऊ और लखवाड़ गांव के डेढ़ दर्जन से अधिक किसानों के खेतों में लगी गेंहू और अन्य कृषि फसलें आग की भेंट चढ़ गई। तरुण संघ खत के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र चौहान ने कहा कि आग से लखवाड़ व धनपोऊ क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। आग से चारों तरफ धुंआ भी फैला है। इसके अलावा नागथात क्षेत्र में मुंशी गांव के पास टियूड़ीधार, बिसोई, लाच्छा, कोथोई खेड़ा, माइकोटी व सुइनासेर समेत आसपास के तोक-मजरों में खत वन के जंगल से फैली आग की चपेट में आने से लाच्छा निवासी आलम सिंह, बिसोई निवासी खुरुडियादास, ज्ञापन सिंह व धन सिंह की छानियां-गोशाला व एक घराट जल गया। आग से स्थानीय बागवान आलोक सिंह तोमर के बगीचे में लगे नींबू, चुल्लू व नाशपाती के फलदार पेड़ जले। इसके अलावा कुछ अन्य ग्रामीण किसानों की फसलें भी जल कर नष्ट हो गई। इसी तरह मुंशी गांव व लाच्छा के पास बड़ी संख्या में चारापत्ती के पेड़ भी जले, जिससे ग्रामीण पशुपालकों के सामने पशु चारे की समस्या खड़ी हो गई।

वहीं, चकराता के सुदूरवर्ती बुल्हाड़ गांव के समीप गोना खेड़ा में आग लगने से स्थानीय बागवान व पूर्व जिला पंचायत सदस्य विजयपाल सिंह रावत के करीब 30 पेड़ सेब, पुलम, नाशपाती व आडू के जल गए। जौनसार के कालसी व चकराता प्रखंड से जुड़े कई गांवों में आगजनी की घटना से निजी व सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई करना प्रभावित ग्रामीणों के लिए मुश्किल है। घटना की सूचना से उपजिलाधिकारी संगीता कनौजिया ने तहसीलदार कालसी व चकराता को प्रभावित क्षेत्र का मौका मुआयना कर आग से हुए नुकसान की रिपोर्ट तुंरत प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।


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