उत्तराखंड फायर एक्ट का खाका तैयार
जागरण संवाददाता, देहरादून: वनों को आग से बचाने और मैदानी क्षेत्र में होने वाली आगजनी की घ्
जागरण संवाददाता, देहरादून:
वनों को आग से बचाने और मैदानी क्षेत्र में होने वाली आगजनी की घटनाओं के लिहाज से प्रदेश के सभी संवेदनशील इलाकों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड फायर एक्ट का खाका तैयार कर लिया है। आइजी फायर जीएस मतोर्लिया ने कहा कि एक्ट को लेकर नोटिफिकेशन भी जल्द जारी कर दिया जाएगा।
दरअसल, 70 फीसद वन भूभाग वाले उत्तराखंड में अग्नि दुर्घटनाओं को लेकर मामले आइपीसी की धाराओं में ही दर्ज किए जाते हैं। लेकिन, यहां की स्थिति अन्य राज्यों से पूरी तरह अलग है। मैदानी जिलों में जहां बड़ी संख्या में कल-कारखाने चल रहे हैं तो पहाड़ों में वनों में लगने वाली आग हर समय पुलिस से लेकर प्रशासन तक के लिए चुनौती बनी रहती है। इसे देखते हुए उत्तराखंड फायर एक्ट को बड़ा कदम माना जा रहा है। एक्ट के प्रावधानों के मुताबिक फैक्ट्रियों से लेकर बड़े संस्थानों, स्कूल-कॉलेजों तक में अब अनिवार्य रूप से अग्नि सुरक्षा अधिकारी की तैनाती करनी होगी। इसके साथ वन और मैदानी इलाकों में आगजनी की रोकथाम को लेकर वन और अग्निशमन विभाग के साथ सामंजस्य बढ़ाने को लेकर काम किया जाएगा। साथ ही फायर अफसर खुद कार्रवाई कर सकेंगे। आइजी फायर जीएस मर्तोलिया ने बताया कि एक्ट का मसौदा तैयार कर लिया गया है। इसमें आग लगने की परिस्थितियों से सख्ती से निपटने के साथ आग के प्रति लापरवाही बरतने पर भी कार्रवाई की जाएगी।
तय समय में दें एनओसी: आइजी
गांधी रोड स्थित फायर ऑफिस में प्रदेश भर से आए अग्निशमन अधिकारियों की बैठक में आइजी ने फायर सीजन को लेकर अभी से सतर्क हो जाने की हिदायत दी। कहा कि अग्निशमन विभाग अपने क्षेत्र के वन अधिकारियों के साथ बैठक कर आगजनी के रोकथाम को खाका तैयार कर ले ताकि बचाव के कार्य तेजी से किए जा सकें। आइजी ने यह भी कहा कि फैक्ट्री, संस्थान या व्यावसायिक प्रतिष्ठान के लिए दी जाने वाली एनओसी को तय समय सीमा के भीतर उसे जारी कर दिया जाए। एनओसी देने में विलंब की शिकायत पर आगे कार्रवाई भी की जाएगी।
अग्नि सुरक्षा के लिए दून को प्रथम पुरस्कार: गत वर्ष 14 से 20 अप्रैल तक मनाए गए अग्नि सुरक्षा सप्ताह के तहत हुए आयोजन के विजेताओं के नामों की भी घोषणा कर दी गई है। देहरादून के मुख्य अग्निशमन अधिकारी संदीप राणा को प्रथम, ऊधमसिंहनगर के सीएफएसओ नरेंद्र सिंह कुंवर को द्वितीय और हरिद्वार के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र सिंह खाती को तृतीय स्थान मिला है। आइजी जीएस मर्तोलिया ने सभी को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।