Uttarakhand Transport Department: परिवहन विभाग में डिजिटाइज्ड होंगी फाइलें, जानें- कहां से हो रही शुरुआत
Uttarakhand Transport Department परिवहन विभाग में अब सभी फाइलों को डिजिटाइज्ड किया जा रहा है। इसकी शुरुआत परमिट और रजिस्ट्रेशन की फाइलों से की जा रही है। पहले चरण में तकरीबन दस लाख फाइलों को डिजिटाइज्ड करने की तैयारी है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Transport Department परिवहन विभाग में अब सभी फाइलों को डिजिटाइज्ड किया जा रहा है। इसकी शुरुआत परमिट और रजिस्ट्रेशन की फाइलों से की जा रही है। पहले चरण में तकरीबन दस लाख फाइलों को डिजिटाइज्ड करने की तैयारी है। परिवहन विभाग इस समय सभी कार्यों को ऑनलाइन कर रहा है।
उत्तराखंड में सारथी योजना के अंतर्गत लाइसेंस बनाने का कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। इसके तहत लाइसेंस ऑनलाइन बनाए जा रहे हैं। वहीं, विभाग में क्योंकि लाइसेंस एक निश्चित अवधि में रिन्यू किए जाते हैं तो इनका रिकॉर्ड विभाग के पास सर्वर में है। वहीं, वाहन योजना अभी पूरी तरह ऑनलाइन नहीं हो पाई है। इस कारण अधिकतर कार्य फाइलों में हो रहा है। दरअसल, वाहनों में पुरानी फाइलों की जरूरत चेसिस नंबर व हस्ताक्षर के लिए होती है।
यह जरूरत वाहनों की बिक्री और वाहन किसी अन्य के नाम करने के लिए होती है। इससे वाहनों की बिक्री के फर्जीवाड़े पर लगाम लगती है। अब विभाग में सारे काम ऑनलाइन हो रहे हैं। ऐसे में अब जितने भी नए वाहनों की बिक्री हो रहे है, वे सभी ऑनलाइन रजिस्टर्ड हो रहे हैं। अब सभी कार्य ऑनलाइन होने हैं, इस कारण पुरानी फाइलों को डिजिटाइज्ड करने की जरूरत महसूस हो रही है।
इसके लिए अभी सभी संभागीय परिवहन कार्यालयों की फाइलों को डिजिटाइज्ड किया जा रहा है। इसकी शुरुआत देहरादून कार्यालय से हो रही है। यहां तकरीबन दस लाख फाइलों को डिजिटाइज्ड किया जाएगा। इसके अलावा अन्य विभागों की फाइलों को भी डिजिटाइज्ड करने की तैयारी चल रही है।
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