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केंद्रीय जलशक्ति मंत्री से मिले कैबिनेट मंत्री चुफाल, गंगा की सहायक नदियां भी नमामि गंगे में शामिल का अनुरोध

पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने दिल्ली में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर राज्य में गंगा की सहायक नदियों की स्वच्छता व प्रदूषण की रोकथाम को उन्हें नमामि गंगा अभियान में शामिल करने का अनुरोध किया। केंद्रीय मंत्री ने मांग पर विचार करने का भरोसा दिलाया।

By Sumit KumarEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 10:39 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 10:43 PM (IST)
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री से मिले कैबिनेट मंत्री चुफाल, गंगा की सहायक नदियां भी नमामि गंगे में शामिल का अनुरोध
कैबिनेट मंत्री चुफाल ने केंद्रीय मंत्री से इन प्रस्तावों पर जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने दिल्ली में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर राज्य में गंगा की सहायक नदियों की स्वच्छता व प्रदूषण की रोकथाम को उन्हें नमामि गंगा अभियान में शामिल करने का अनुरोध किया। केंद्रीय मंत्री ने इस मांग पर विचार करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की योजनाओं के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी।

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केंद्रीय जलशक्ति मंत्री से कैबिनेट मंत्री चुफाल ने कहा कि गंगा की सहायक नदियों में शामिल काली गंगा, कोसी, गौला, गोमती, सरयू, जमरानी, लोहावती, सौंग व रिस्पना समेत तमाम नदियों में जल प्रदूषण रोकने को उचित कदम उठाए जाने चाहिए। इन्हें केंद्र सरकार के ध्वजवाहक कार्यक्रम नमामि गंगे में शामिल किया जाना चाहिए। इन नदियों को ध्यान में रखकर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, स्नान व मोक्ष घाट की परियोजनाओं को मंजूरी मिलनी चाहिए। उन्होंने जलशक्ति मंत्री से कुमांऊ क्षेत्र में पिथौरागढ़ के थल में रामगंगा नदी के संगम पर घाट, शारदा नदी की सहायक नदी रौतीस के तट पर नागेश्वर घाट एवं भारत व नेपाल के व्यक्तियों की आस्था से जुड़े हंसेश्वर घाट को प्राथमिकता के आधार नमामि गंगे कार्यक्रम में शामिल करने की पुरजोर पैरवी की।

कैबिनेट मंत्री चुफाल ने बताया कि राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ऊधमसिंहनगर जिले में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को 226 करोड़ की लागत की सात प्रस्ताव स्वीकृति के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से इन प्रस्तावों पर जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया। राजस्व ग्रामों से बाहर वन भूमि, सिविल वन अथवा सरकारी संपत्तियों पर वर्षों से रह रहे नैनीताल जिले के बिंदुखत्ता व ऊधमसिंहनगर जिले के बग्गा चवन जैसे गांवों के व्यक्तियों को पेयजल कनेक्शन व जल जीवन मिशन के तहत लाभ देने पर जोर दिया गया। चुफाल ने बताया कि केंद्रीय जलशक्ति से अन्य कई अहम बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। इस दौरान पेयजल निगम के प्रबंध निदेशक उदयराज सिंह मौजूद रहे।

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