पहली बरसात में ही ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त
अभी मानसून की पहली बारिश ही हुई है और विकासनगर में ड्रेनेज सिस्टम बुरी तरह ध्वस्त हो चुका है।
संवाद सहयोगी, विकासनगर: अभी मानसून की पहली बारिश ही हुई है और विकासनगर में ड्रेनेज सिस्टम बुरी तरह ध्वस्त हो चुका है। नगर में पानी की निकासी के लिए बनाए गए मेन सीवर के चोक हो जाने से कैनाल रोड व इसके आसपास के खेतों में बड़े पैमाने पर पानी भर गया। इससे मार्ग पर आवाजाही करने वाले लोगों के लिए गंभीर समस्या पैदा हो गई है।
सोमवार को हुई झमाझम बारिश ने पालिका प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी। शहर की जल निकासी के लिए कैनाल रोड पर बिछाई गई सीवर लाईन के चोक हो जाने के चलते इसमें भारी मात्रा में इकट्ठा हुआ पानी रिसकर कैनाल रोड व आसपास के इलाके में फैल गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी बीएल आर्य ने कर्मचारियों को नाले को खोलने के निर्देश दिए। नगर की जल निकासी के लिए बनाए गए इस सीवर लाईन को डाकपत्थर रोड चौराहा, विद्यापीठ मार्ग, पहाड़ी गली और अजीत नगर में नगर की प्रमुख नालियों और सीवर लाईन से जोड़ा गया है। जिससे नगर की संपूर्ण जल निकासी हो सके।
नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष नीरज अग्रवाल का कहना है बरसात से पहले सीवर लाईन को साफ किया जाना था लेकिन पालिका स्तर से इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई। उधर विकासनगर मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष का कहना है सीवर लाईन नगर के दायरे के हिसाब से बेहद कम क्षमता की है जो नगर में इकट्ठा होने वाले बरसात के पानी का भार नहीं झेल सकती है। उधर पालिका के अधिशासी अधिकारी का कहना है रविवार की रात हुई बारिश में बहकर आए घास-फूस के सीवर में अटक जाने से यह स्थिति पैदा हुई है जिसे देर शाम तक ठीक कर लिया जाएगा।
-----------------------
बारिश से ढ़करानी गांव में भी जलभराव
संवाद सहयोगी, विकासनगर: मानसून के मौसम की शुरुआती बारिश ढकरानी गांव के लिए गंभीर समस्या बन रही है। गांव की ज्यादातर सड़कों पर हो रहे जलभराव के चलते ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने जलभराव की समस्या के समाधान के लिए स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई है।
ढकरानी गांव के प्रवेश से लेकर ग्रामवासियों की आवाजाही के लिए प्रमुख मानी जाने वाली शक्तिनहर किनारे की सड़क जलभराव के कारण तालाब बन गई हैं। जिसके चलते ग्रामीणों के सामने गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। इसके अलावा ग्राम के भीतर की कई अन्य सड़कों पर भी बारिश के प्रारंभिक दौर में हुए जलभराव से लोग बरसात के मौसम को लेकर चितित नजर आ रहे हैं। ग्राम वासी सुदेश चौधरी का कहना है गांव की अधिकतर सड़कों पर जलभराव की स्थिति के चलते गांव के स्कूली बच्चों से लेकर बुजुर्ग व महिलाओं को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। जगह-जगह पानी भरे होने के कारण आने जाने वाले लोगों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। सड़कों पर हो रहे जलभराव की समस्या के लिए स्थानीय लोग जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है बरसात का मौसम आने से पहले जनप्रतिनिधियों को गांव की समस्या पर सोच विचार करके आवश्यक निर्णय लेने चाहिए थे। जनप्रतिनिधियों से निराश ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को पत्र लिखकर जलभराव की समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई है। पत्र देने वालों में चौधरी जगपाल सिंह, जोगिदर, अलीजान, फूल सिंह, रामसिंह, चौधरी मामराज, सतपाल कश्यप, चौधरी धीर सिंह, चौधरी ईलम सिंह, राहुल।