पलटन बाजार में डक्ट से पहले बनेगी नाली, कंपनी और व्यापारियों के बीच बनी सहमति
पलटन बाजार में मल्टी-यूटिलिटी सर्विस डक्ट से पहले नाली का ही निर्माण किया जाएगा। देहरादून स्मार्ट सिटी लि. कंपनी व व्यापारियों के बीच इस पर सहमति बन गई है।
देहरादून, जेएनएन। पलटन बाजार में मल्टी-यूटिलिटी सर्विस डक्ट से पहले नाली का ही निर्माण किया जाएगा। देहरादून स्मार्ट सिटी लि. कंपनी व व्यापारियों के बीच इस पर सहमति बन गई है। स्मार्ट सिटी कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि नाली का निर्माण करते समय व्यापारियों को भरोसा में लिया जाएगा और उनके प्रतिष्ठान को किसी तरह का खतरा नहीं होने दिया जाएगा।
रविवार देर रात शुरू किए गए नाली निर्माण को लेकर पलटन बाजार के व्यापारियों ने विरोध कर दिया था। इससे मौके पर काम बंद करना पड़ गया। व्यापारियों का कहना था कि नाली निर्माण से उनकी दुकानों को खतरा हो सकता है, लिहाजा यह काम बाजार खुलने के बाद किया जाए। व्यापारियों ने यह भी मांग उठाई कि जब सर्विस डक्ट का काम पहले से जारी था तो इसे ही आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
व्यापारियों के विरोध को देखते हुए स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने सोमवार को उनके साथ वार्ता की। उन्हें बताया गया कि सर्विस डक्ट अन्यत्र तैयार की जाती है और फिर उसे यहां फिट किया जाता है। लॉकडाउन के चलते यह काम एक माह से अधिक समय से बंद पड़ा था और अब दोबारा शुरू किया गया है। डक्ट बनने के बाद उसकी सीमेंट को सेट होने में समय लगता है। लिहाजा, इस समय नाली का निर्माण जरूरी है। अब बाजार बंद है तो रात-दिन काम करते हुए इसे जल्द पूरा कर दिया जाएगा। यदि बाजार खुलने के बाद यह काम किया गया तो नाली बनने के दौरान उनके प्रतिष्ठान बंद करने पड़ सकते हैं। इस बात को समझते हुए व्यापारियों ने विरोध बंद कर दिया।
स्मार्ट सिटी के कार्य से व्यापारियों के हित न हों प्रभावित
दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने महापौर सुनील उनियाल व विधायक खजानदास के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने स्मार्ट सिटी कार्य के तहत रविवार मध्यरात्रि को कई दुकानों के फुटपाथ तोड़ने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि व्यापारी स्मार्ट सिटी के पक्षधर हैं, लेकिन इससे उनके हित प्रभावित नहीं होने चाहिए। सोमवार को पलटन बाजार स्थित शिवालय मंदिर के हॉल में व्यापारियों ने शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए बैठक की।
बैठक में दून वेली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज मैसोन ने महापौर व विधायक को बताया कि रविवार रात करीब 12 बजे स्मार्ट सिटी कार्य के तहत बुलडोजर ने अचानक कुछ दुकानों के आगे के फुटपाथ तोड़ना शुरू कर दिया। जिसका मौके पर व्यापारियों ने कड़ा विरोध किया। कहा कि व्यापारी पहले ही पिछले 35 दिनों से लॉकडाउन में अपनी दुकानें बंद कर घर पर बैठे हैं और मानसिक तौर से परेशान हैं।
अब स्मार्ट सिटी निर्माण के नाम पर उन्हें और परेशानी में न डाला जाए। महापौर सुनील उनियाल ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि उनके हितों का ध्यान रखा जाएगा। इस अफसर पर व्यापार मंडल के कानूनी सलाहकार शिवा वर्मा, महासचिव पंकज डिडान, उपाध्यक्ष हरीश विरमानी, सह सचिव अनिल आनंद आदि मौजूद रहे।
लॉकडाउन में रात-दिन करें निर्माण कार्य: डीएम
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन भी निर्माण एजेंसियों को लॉकडाउन के दौरान कार्य करने की अनुमति दी जा रही है, वह रात-दिन निर्माण कार्य करें। ताकि इन्हें बिना किसी अड़चन के समय पर पूरा किया जा सके। इसके साथ ही निर्माण एजेंसी व ठेकेदारों को शारीरिक दूरी का पालन करने, मास्क पहनने व सेनिटाइजेशन का विशेष ध्यान रखने की भी हिदायत दी गई।
डीएम डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने सोमवार को जारी प्रेस बयान में कहा कि लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर आवाजाही ना के बराबर होने के चलते आसानी से काम किया जा सकता है। किसी भी तरह के निर्माण कार्य से ट्रैफिक जाम की समस्या भी पैदा नहीं होगी। खासकर नगर निगम क्षेत्र में इस अवधि का उपयोग विकास कायरें को अच्छे ढंग से करने में किया जा सकता है। अब तक स्मार्ट सिटी कंपनी, लोनिवि, एनएचएआइ, राजमार्ग यूनिट, एसडीआरएफ, एयरपोर्ट अथॉरिटी, रेलवे आदि को अनुमति दी जा चुकी है। इन एजेंसियों में से भी विभिन्न को हर दिन किसी न किसी काम की अनुमति मिल रही है। उधर, जिलाधिकारी ने दून में अवैध रूप से संचालित हो रहे स्लॉटर हाउस की जांच कराने की भी बात कही।
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चुनौतियों भी आ रहीं सामने
निर्माण कार्यों को लेकर विभिन्न तरह की निर्माण सामग्री की कमी की भी बात सामने आ रही है। हालांकि, शासन स्तर पर इसका समाधान ढूंढा जा रहा है। दूसरी तरफ दून विहार में सड़क निर्माण शुरू करने को लेकर कुछ स्थानीय लोगों ने भी आपत्ति व्यक्त की है। उन्होंने कोरोना संक्रमण की आशंका की बात कही है। इसके समाधान के रूप में अधिकारी व ठेकेदार सभी नियमों का पालन कराने का आश्वासन दे रहे हैं।
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